इस वर्ष के लिए बेस्ट टैक्स सेविंग ऑप्शन
यहां पर आपको इस साल बेस्ट टैक्स सेविंग ऑप्शन के बारे में बताएंगे।
अगर आप एक करदाता है तो आप अपना टैक्स बचाने के लिए विभिन्न विकल्प ढूंढ ही रहे होंगे। ताकि धारा 80सी के तहत इस साल के लिए जमा किए जाने वाले टैक्स से कुछ रकम बचा सकें। होशियार निवेशक बेहतरीन टैक्स सेविंग विकल्पों में निवेश करके टैक्स भी बचा लेते हैं और अधिक रिटर्न भी प्राप्त करते हैं। तो कौन से हैं वो बेहतरीन टैक्स सेविंग ऑप्शन जिनका इस्तेमाल आप धारा 80सी के तहत करके इस साल के लिए टैक्स बचा सकते हैं? इसके अलावा वेतनभोगी कर्मचारियों और व्यापारियों के लिए कौन सी टैक्स बचत योजनाएं उपलब्ध हैं आइए जानते हैं।
ELSS टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड
ईएलएसएस टैक्स सेविंग म्युचुअल फंड एक ऐसी म्यूचुअल फंड योजना है जिसके माध्यम से व्यक्ति प्रतिवर्ष 1.5 लाख रुपये की बचत पर कर लाभ प्राप्त कर सकता है। अन्य म्यूचुअल फंड की तरह ईएलएसएस टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड भी रिटर्न की गारंटी नहीं देता। परंतु इन ईएलएसएस फंडों में निवेश करके आप 12% से 18% तक का उच्च रिटर्न पा सकते हैं।
अन्य टैक्स सेविंग स्कीम के मुकाबले ईएलएसएस फंड की लॉक-इन अवधि 3 साल की है। निवेशक लाभांश विकल्प को चुन सकते हैं और लॉक-इन अवधि के दौरान नियमित आय प्राप्त कर सकते हैं।
SIP के ज़रिए आप हर महीने थोड़ा-थोड़ा करके ईएलएसएस फंड में निवेश कर सकते हैं। इस तरह आप बाज़ार के उतार-चढ़ाव से बचेंगे और बेहतर रिटर्न भी पा सकते हैं। ध्यान रखें कि हर महीने की एसआईपी की लॉक-इन अवधि 3 साल की होगी। उदाहरण, अगर आपने पहली एसआईपी नवंबर-17 को जमा की हो तो तीन साल की लॉक-इन अवधि अक्टूबर-2020 को समाप्त होगी। अगर आप दूसरी एसआईपी दिसंबर -2017 को जमा करते हैं तो इसकी लॉक-इन अवधि नवंबर-2020 को पूर्ण होगी।
क्योंकि यह एक इक्विटी म्यूचुअल फंड है जिसमें आपका निवेश 3 साल के लिए लॉक-इन है, इस फंड से प्राप्त होने वाला रिटर्न कर मुक्त होता।
टॉप ईएलएसएस टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड में एक्सिस लॉग टर्म इक्विटी फंड, रिलायंस टैक्स सेवर फंड, डीएसपी बीआर टैक्स सेवर फंड आदि शामिल हैं।
यह बेहतरीन निवेश योजनाओं में से एक है जो अद्भुत रिटर्न प्रदान करती है और आपको 2018-2019 में कर बचाने के लिए भी मदद करता है।
लोक भविष्य निधि
वित्त मंत्रालय हर त्रिमास पर लघु बचत योजनाओं के त्रिमास को घटाता जा रहा है। पीपीएफ खातों पर ब्याज दरों (जोकि किसी समय में काफी अधिक था) को घटाया जा रहा है। हालांकि, यह अब भी भारत में आयकर को बचाने का सबसे अच्छा निवेश विकल्प है।
फिलहाल इस पर सालाना ब्याज 7.8% है (अक्टूबर से दिसंबर 2017)। भारत सरकार हर तिमाही पर इसके अपडेट की जानकारी देती रहेगी। समय की पूर्ति पर प्राप्त होने वाले ब्याज कर मुक्त होगा। पीपीएफ खाते में लॉक-इन अवधि 15 साल है।
1.5 लाख तक का निवेश, 80सी के तहत आयकर दर के लिए योग्य है। हालांकि, यदि कोई इस राशि से अधिक निवेश करता है, तो वह तीसरे वित्तीय वर्ष से पाँचवें वित्तीय वर्ष के बीच अपने पीपीएफ खाते पर ऋण ले सकता है। ऋण पर ब्याज का दर प्रतिवर्ष के ब्याज भुगतान से 2% अधिक होगा। 6 वें वित्तीय वर्ष से निकासी की अनुमति दी जाती है।
प्रवासी भारतीय (एनआरआई) पीपीएफ के लिए योग्य नहीं हैं। अक्टूबर 2017 के नए पीपीएफ नियमों के तहत, अगर एनआरआई पीपीएफ जारी रखते हैं तो उन्हें केवल डाकघर एसबी ब्याज प्राप्त होगा।
कोई व्यक्ति एचयूएफ (हिंदू अविभाजित परिवार) या व्यक्तियों की मंड़ली की ओर से निवेश नहीं कर सकता है।
न्यूनतम निवेश राशि 500 रुपये और अधिकतम राशि 150,000 रुपये है। यदि आप इस राशि से अधिक किसी भी राशि का निवेश करते हैं, तो राशि बिना किसी ब्याज के आपके खाते में लौट दी जाएगी।
आप हर महीने पीपीएफ में निवेश कर सकते हैं। यदि आप हर महीने पांच तारीक से निवेश आरंभ करते हैं, तो आप महीने की शेष अवधि के लिए ब्याज प्राप्त कर सकते हैं। यदि आप 5 अप्रैल से पहले 1.5 लाख रुपये का निवेश करते हैं, तो आपको पूरे वित्तीय वर्ष के लिए ब्याज मिलेगा इस तरह आप 15 साल की अवधि के लिए अधिक पीपीएफ रिटर्न प्राप्त करेंगे।
पीपीएफ कई अच्छी सुविधाएं प्रदान करता है। 2018 में 80सी के तहत कर बचाने की यह सबसे अच्छी निवेश योजना है। यह उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो कर बचाना चाहते हैं और जो रिटायरमेंट के उद्देश्य या बच्चों की शादी या बच्चों की शिक्षा के लिए धन जमा करना चाहते हैं। एवं उनके लिए जो सुरक्षित और उच्चतम रिटर्न की तलाश में हैं।
सुकन्या समृद्धि खाता योजना
यदि आपकी कोई बेटी है, तो आप सुकन्या समृद्धि खाता योजना के तहत 1.5 लाख रुपये तक का निवेश कर सकते हैं और उच्चतम ब्याज दर प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना में ब्याज दर प्रतिवर्ष 8.3% (अक्टूबर से दिसंबर 2017) हैं।
जब तक लड़की 15 साल की नहीं हो जाती माता-पिता/अभिभावक इस योजना के तहत राशि जमा कर सकते हैं। लड़की की उम्र 21 वर्ष की होने पर यह खाता परिपक्व हो जाता है। 16 से 21 वर्ष की आयू के बीच कोई राशि जमा नहीं करनी पड़ती। अवधि समाप्त होने पर मिलने वाला ब्याज कर मुक्त होता है।
इस तरह के कर बचत निवेश योजनाओं में निवेश करने से पहले सुकन्या समृद्धि खाता योजना की समीक्षा कर लें।
वरिष्ठ नागरिक बचत योजनाएं (एससीएसएस)
यह टैक्स सेविंग स्कीम वरिष्ठ नागरिकों को निश्चित रिटर्न प्रदान करती है। इसके अलावा बैंकों में राशि सुरक्षित रहती है। कर बचाने के लिए 60 साल या उससे अधिक आयु वाले व्यक्ति अपना एससीएसएस खाता खोल सकते हैं। प्रतिवर्ष वर्ष प्राप्त होने वाला ब्याज 8.3% (अक्टूबर से दिसंबर 2017) है। परिपक्वता अवधि 5 वर्ष है।
हर तिमाही के अंत में ब्याज का भुगतान किया जाता है। यदि वरिष्ठ नागरी टैक्स बचाना चाहते हैं तो यह सबसे अच्छा निवेश विकल्प है क्योंकि उन्हें त्रैमासिक ब्याज मिलेगा। अधिकतम निवेश सीमा 15 लाख है।
इस योजन के तहत अर्जित ब्याज पर कर चुकाना पड़ता है। एक वर्ष के बाद आप अपनी जमा राशि निकला सकते हैं परंतु जमा राशि पर 1.5% ब्याज चुकाना पड़ेगा और 2 साल के बाद 1% ब्याज चुकाना होगा।