स्टॉक मार्केट में पहली बार निवेश कर रहे हैं तो याद रखें ये 6 बातें
यहां पर आपको बताएंगे कि स्टॉक मार्केट पहली बार निवेश करने वाले व्यक्ति को कहां और कैसे निवेश करना चाहिए।
आपको यह जान कर बहुत हैरानी होगी कि आज भी भारत में लोग स्टॉक मार्केट में निवेश करने से डरते हैं, और जो आबादी निवेश करती है वह सिर्फ 2.5 % ही है फिर भी भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। इक्विटी ट्रेडिंग कोई खेल नहीं है इसमें समय के साथ व्यक्ति सीखता है और फ़ायदा उठता है। शेयर में निवेश करने पहले हर निवेशक के सामने सवाल होते हैं कि कहां निवेश करें, कैसे निवेश करें या निवेश में कोई धोखा तो नहीं हो जाएगा। तो आज हम आपको इन सारे सवालों के जवाब देंगे, खास कर उनको जो पहली बार स्टॉक मार्केट में निवेश करना चाहते हैं।
अपनी सेविंग्स को निवेश ना करें
स्टॉक मार्केट जोखिमों के लिए जाना जाता है, जहाँ आपका लगाया हुआ पैसा कई बार डूब भी जाता है। इसीलिए यह सलाह दी जाती है कि स्टॉक मार्केट में तभी निवेश करें जब आपके पास अपने सेविंग के अलावा भी पैसा हो। ताकि इसमें आपको कोई भी नुकसान हो तो आप उसे भी झेल सकें।
समय-समय पर निवेश करें
शेयर मार्केट में स्टॉक की कीमतों में उतार चढ़ाव होना कोई नई बात नहीं है। जिसके चलते कई बार लोगों का पैसा डूब जाता है। ऐसे में स्टॉक मार्केट में पैसा लगाना नुकसानदेह साबित हो सकता है। तो इससे बचने के लिए आप SIP यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान में पैसा लगा सकते हैं। इसमें आपको समय-समय पर निवेश करना होता है यही नहीं इसमें जोखिम ना के बराबर होता है और आपको रिटर्न भी अच्छा मिलता है।
जोखिम और धन को सावधानी से मैनेज करें
आप बाज़ार में हो रहे उतार चढ़ाव को नियंत्रित नहीं कर सकते हैं लेकिन एक निश्चित समय पर आप पैसों का लेन देन कर सकते हैं। यहां तक कि अगर आपके पास अच्छी व्यापार नीति है तो भी आप कुछ नहीं कर सकते हैं। आपके निवेशित धन को मैनेज करने के लिए सब से अच्छी तकनीक है 'द स्टॉप लॉस टूल'। अब जब भी आप निवेश करेंगे और निवेश की राशि 5-15% तक पहुंचेगी तब स्टॉप लॉस टूल काम करने लगेगा। इस आर्डर से आपका निवेश जारी होगा और आप आगे होने वाले नुकसान से बचे रहेंगे।
कई सारे स्टॉक में निवेश करें
अपने सभी पैसे एक स्टॉक में कभी न लगाएं। अच्छे तरीके से स्टॉक के कई पोर्टफोलियो बनाएं जो आपको जोखिम से बचाने में मदद कर सकता है और कुछ स्टॉक अगर अच्छे से प्रदर्शन नहीं करते हैं तो आप के पैसे खोने से भी बच सकते हैं। इसके अलावा, विविधीकरण से बचने के लिए, किसी निश्चित सीमा तक स्टॉक की संख्या में बढ़ोतरी आनुपातिक रूप से जोखिम को विविधता में मदद करती है, लेकिन कुछ निश्चित स्टॉक से परे, आपके निवेश को उचित विकास का समय नहीं मिल सकता है।
लॉन्ग टर्म में निवेश करें
अगर आप शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं और ज्यादा परेशानी में नहीं पड़ना चाहते हैं तो लंबे समय का निवेश ज्यादा बेहतर होता है क्योंकि निवेश जितना लंबा होगा, उतनी ही उसमें रिस्क कम होगा। साथ ही निवेश के लिए म्यूचुअल फंड को प्राथमिकता दें। इसमें जोखिम ना के बराबर होते हैं।
स्टॉक एक कंपनी है
पहली बार स्टॉक में निवेश करने से पहले उस कंपनी की बारे में अच्छे से जान लें। इसके लिए आप कंपनी की बैलेंस शीट और कंपनियों के नतीजों को पढ़ना और समझना सीखें। कंपनियों पर नज़र रखें, इससे अगर कमजोर विकास दर हो या महंगाई दर ज्यादा हो तो बड़ी कंपनियों पर नजर रखें, क्योंकि ऐसी हालत में छोटी और मझोली कंपनियों के मुकाबले बड़ी कंपनियों के शेयर अच्छी स्थिति में होते हैं। इसके साथ ही अगर बाजार की हालत थोड़ी कमजोर हो तो बड़ी कंपनियों की तरफ ध्यान रखना चाहिए।