क्रेडिट कार्ड में अच्छे क्रेडिट स्कोर पाने के लिए याद रखें ये 5 टिप्स
यहां पर आपको क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने के पांच टिप्स बताएंगे जिसके बाद आपको अच्छा क्रेडिट स्कोर मिल सकता है।
क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने का मतलब है एक तरह से लोन लेना, जिसमें कि कार्ड जारी करने वाला आपके लिए भुगतान करता है जो कि आपको बाद में चुकाना होता है। क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने के कारण, क्रेडिट कार्ड के लेनदेन की सूचना क्रेडिट ब्यूरो को दी जाती है जिससे कि वो आपकी क्रेडिट स्कोर निर्धारित करता है। आपका क्रेडिट स्कोर बताता है कि आप किस तरह से क्रेडिट कार्ड के पेमेंट करते हैं, आप अपने क्रेडिट कार्ड को किस तरह इस्तेमाल करते हैं यह आपके क्रेडिट स्कोर से साफ मालूम चलता है।
ध्यान रहे कि आपकी क्रेडिट लिमिट की क्रेडिट का इस्तेमाल 30-40% से ज़्यादा ना हो। इससे ज़्यादा इस्तेमाल करने वाले को उधार या लोन देने वाले थोड़ा हिचकिचाते हैं। अपनी क्रेडिट लिमिट का कम इस्तेमाल करने से आपकी क्रेडिट लिमिट भी बढ़ाई जा सकती है।
हर महीने अपने क्रेडिट कार्ड से लेन-देन करते समय ये 5 चीजें ज़रूर ध्यान रखें।
अपने बकाया का भुगतान समय पर करें
क्रेडिट कार्ड का बिल हो या फिर लोन की ईएमआई, ये आपके क्रेडिट स्कोर की जान हैं। इसलिए ज़रूरी है कि आप हर महीने अपने बकाया भुगतान समय पर करें। जब भी आप पेमेंट मिस करते हैं, तभी आपका क्रेडिट स्कोर बिगड़ता है। जब भी आप समय पर भुगतान करते हैं तो आपका क्रेडिट स्कोर बढ़ेगा।
पूरा बिल जमा करवाएं
जितना हो सके, हर महीने अपने क्रेडिट कार्ड के बकाया का भुगतान नियत तिथि से पूर्व और पूरा कर दें। यदि आप किसी कारण से पूरा भुगतान नहीं कर पाते हैं तो अधिकतम राशि भुगतान की कोशिश करें जितना आप कर सकते हैं, ना कि मिनिमम अमाउंट। पहला तो ये कि क्रेडिट कार्ड पर ब्याज दर बहुत ज़्यादा होती है, ऐसे में यदि आप मिनिमम भुगतान ही करेंगे तो रिपेमेंट का भार बढ़ेगा। दूसरा, पूरा बिल जमा कवाएंगे तो क्रेडिट स्कोर भी अच्छा होगा।
क्रेडिट का इस्तेमाल कम करें
क्रेडिट ब्यूरो ध्यान देता है कि आप क्रेडिट का इस्तेमाल कैसे कर रहे हैं, इसलिए अपनी क्रेडिट लिमिट का एक हिस्सा ही काम में लें।
10-30% इस्तेमाल ही सही है
उदाहरण के तौर पर, आपकी क्रेडिट लिमिट 1 लाख रुपए है, तो केवल 20000-30000 ही एक महीने में काम लें। इससे लगेगा कि आप क्रेडिट का इस्तेमाल ज़िम्मेदारी से करते हैं। अलग-अलग कार्ड का इस्तेमाल ऐसा करने में आपकी मदद करेगा। आपके अन्य क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल भी क्रेडिट स्कोर पर प्रभाव डालता है। ज़्यादा कर्ज़ का मतलब है ज़्यादा ईएमआई, इससे हर महीने पेमेंट का भार पड़ता है। इन किश्तों को कभी किसी महीने नहीं चुकाने का मतलब है कि क्रेडिट स्कोर कम होगा। यदि कर्ज़ कम होगा, तो आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा रहेगा।
क्रेडिट इंक्वायरीज कम करें
जब भी आप किसी क्रेडिट प्रॉडक्ट के लिए आवेदन करते हैं- जैसे कि क्रेडिट कार्ड या लोन- तो क्रेडिट ब्यूरो में इसकी जानकारी जाती है और आपके क्रेडिट स्कोर पर इसका असर पड़ता है। इसलिए लगातार कार्ड या लोन के लिए आवेदन ना करें। चंदानी कहते हैं कि पहले आप पूरी तरह रिसर्च करें और ऐसा ऑफर चुनें जिसमें अप्रूवल की संभावना ज़्यादा हो, और फिर आवेदन करें। हर नया क्रेडिट अकाउंट आपकी औसत क्रेडिट उम्र को कम करता है, इससे क्रेडिट स्कोर कम होता है। इसलिए एक के बाद एक क्रेडिट अकाउंट ना खोलें।
अपनी क्रेडिट रिपोर्ट जांचें
क्रेडिट ब्यूरो से सीधा अपनी क्रेडिट लिमिट जानना एक सॉफ्ट क्यूरी मानी जाती है और इसका क्रेडिट स्कोर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। अपने क्रेडिट स्कोर को नियमित जाँचते हैं तो इसका मतलब कहीं कोई गड़बड़ी और गलती नहीं पाई गई है, और आपका क्रेडिट स्कोर आपके वित्तीय व्यवहार को बताता है। जितना जल्दी आप इसे देखेंगे उतनी जल्दी ही आप गलती का
समाधान करेंगे।