बैंक से लेन-देन करते समय याद रखें ये 6 जरुरी बातें
बैंको के माध्यम से पैसों का लेन देन बहुत आसान हो गया है। बैंक रुपए रखने का सबसे सुगम व उपयोगी साधन बन गये हैं। बैंक को हर कोई सुरक्षित समझता है इसीलिए लोग बैंक पैसे रखने के साथ-साथ अपने जेवर तक रखते हैं। पर कई बार ऐसा होता है कि बैंकिंग करने के दौरान हम कुछ लापरवाही भी कर देते हैं जिसका खमियाजा हमें बाद में भरना पड़ता है। यहां पर हम आपको बताएंगे कि बैंकिंग के दौरान आपको कौन सी सावधनियां बरतनी चाहिए।
एटीएम से रुपए निकालने के बाद एटीएम स्लिप की जांच कर लें
माह के अंत में बैंक के स्टेटमेंट और एटीएम पर्चियों के विवरण को क्रास चेक कर ले। कर्इ बार ऐसा देखा गया है कि एटीएम पर्ची और बैंक स्टेटमेंट में अंतर आता है। ऐसा होने पर तुरन्त बैंक से सम्पर्क करें।
बैंक जो चार्ज या फीस लेता है, उसका ध्यान रखें
बैंक ऐसे चार्जेस लेता है, जिसकी आपको जरुरत नहीं है। मसलन आपको स्टेटमेंट की एक कॉपी भेजता है, जिसकी आपको जरुरत नहीं है, तो इसे तुरन्त बंद करने के लिए कहें। साथ ही पता करें कि और कहां-कहा आपके पैसे आपको बैंक काट रहा है।
इन्टरनेट बैंकिंग
यदि आप निरन्तर इन्टरनेट बैंकिग का उपयोग करते हैं, तो आपके लिए यह जरुरी है कि आप किस दिन, किस समय कितनी बार लॉगिन किया इसका ट्रेक रिकार्ड रखें। यदि आपको कोर्इ शक हो तो तुरन्त कस्टमर केयर को काल कर रिकार्ड वेरिफार्इ करा लें।
क्या आप बिलों का भुगतान स्वयं करते हैं?
आजकल लगभग हर बैंक बिलों को ऑनलाइन जमा करने की सुविधा दे रहे हैं। इसके लिए आपको बैंक में रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। इस तरह आप अपने समय की तो बचत करेंगे ही आप द्वारा किये गये भुगतान को ट्रेक भी कर पायेंगे।
सभी बैंक खातों के लिए एक ही पासवर्ड का उपयोग नहीं करें
यदि आप एक ही पासवर्ड का उपयोग एक से अधिक बैंक खातों के लिए करते हैं, तो आपके खाते के हैक होने की सम्भावना बढ़ जाती है। अत: आप अलग-अलग बैंक खातों के लिए अलग-अलग पासवर्ड रखें। पासवर्ड थोड़ा कठिन बनायें। सोशल नेट वर्किंग साइट पर आपको कौन शेयर करता है, इसका भी ध्यान रखें।
आपकी चेकबुक या पास बुक खो जाने को हल्के में नहीं लें
यद्यपि इन्टरनेट बैंकिग से आपके लेन देन का विस्तृत विवरण मिल जाता है, लेकिन यदि चेकबुक या पासबुक खो जाती है, तो इसे हल्के में नहीं लें, क्योंकि ये आपको बहुत महत्वपूर्ण सूचनाएं उपलब्ध कराती है। यदि पासबुक और चेकबुक खो जाती है, तो बेहतर यही रहेगा कि आवश्यक कार्यवाही के लिए बैंक को सूचित करें।