रेपो रेट में कटौती, घट सकती हैं ब्याज दरें, पढ़ें मौद्रिक नीति की 10 बड़ी बातें
देश के नए आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल देश की नई मौद्रिक नीति की समीक्षा पेश की। हाल ही में गठित मौद्रिक नीति समिति की ये पहली रिपोर्ट है जिसे उर्जित पटेल ने पेश किया है। अनुमान के मुताबिक नई पॉलिसी में आरबीआई ने रेपो रेट में 0.25 कम किया है। साथ ही उम्मीद जताई गई है कि अच्छा मॉनसून रहने से ग्रोथ रेट में वृद्धि हो सकती है।
आरबीआई ने रेपो रेट को 6.50 से घटाकर 6.25 कर दिया है। 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती के साथ रिजर्व बैंक के गवर्नर ने गेंद बैंको के पाले में डाल दी है। अब देखना दिलचस्प होगा कि बैंक ब्याज दरें कम करते हैं या नहीं।
आरबीआई ने रिवर्स रेपो रेट को 5.75 फीसदी कर दिया है। रिजर्व बैंक ने मार्च 2017 तक महंगाई की दर बढ़ने का अनुमान लगाया है। आरबीआई के मुताबिक महंगाई की दर 5% तक जा सकती है। वहीं सरकार ने भी आरबीआई को महंगाई नियंत्रित करने के लिए कुछ सुझाव दिए हैं।
रिजर्व बैंक के हालिया फैसले से उन लोगों को राहत मिलेगी जो घर खरीदना चाह रहे थे। अब होम लोन पर ईएमआई पहले के मुकाबले बेहद कम होगी। मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी के सभी छह सदस्यों ने एकमत से नीतिगत ब्याज दरों में कटौती का फैसला लिया है।
आरबीआई की नई मौद्रिक नीति की 10 बड़ी बातें यहां पढ़ें
- रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कमी की गई।
- अब रेपो रेट घटकर 6.25 फीसदी हो गई है।
- रिवर्स रेपो रेट घटाकर 5.75 फीसदी कर दी गई है।
- 18% जीएसटी का महंगाई पर मामूली असर होगा
- सीआरआर में कोई बदलाव नहीं किया गया है, सीआरआर
- रिवर्स रेपो रेट घटकर 5.75 % पर आई
- महंगाई कम करने के लिए सरकार ने सुझाव दिया
- महंगाई के बढ़ने का खतरा, महंगाई 5% से ऊपर जा सकती है।
- लिक्विडिटी पॉलिसी में कोई बदलाव नहीं
- वैश्विक नजरिए को ध्यान में रखते हुए मौद्रिक नीति को पेश करने का समय बदला गया