अमीर बनना है तो अभी से डाल लीजिये ये 6 आदतें
अमीर बनना कोई बहुत बड़ी बात नहीं है। अगर आज कमाई छोटी है, तो कल बड़ी भी हो सकती है। और पैसे को कभी जोड़िये नहीं, गुणा कीजिये, फिर देखिये आप कैसे तेजी से अमीर बनते हैं। जी हां आय बढ़ाने के साथ बचत ही करना पर्याप्त नहीं है। साथ ही साथ आवश्यकता इस बात की भी है कि ऐसी योजना बनार्इ जाये, जिससे धनवान बना जा सके। किसी भी व्यक्ति को आय और धनवान बनने की प्रक्रिया को परस्पर जोड़ कर नहीं देखना चाहिये।
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आय से तात्पर्य है एक निश्चित अवधि के लिए धन अर्जित करना। वेतन, फिक्स डिपाजिट या एसआर्इपी इसी तरह की निश्चित आय होती है। लम्बी अवधि के उद्धेश्य को ध्यान में रखते हुए आय के साथ-साथ धनी बनने पर भी ध्यान देना आवश्यक है। धनवान की गणणा उस सम्पति के बाज़ार मूल्य के आधार पर की जाती है, जिसे आपने अर्जित की है। यदि कोर्इ ऋण बकाया है तो उसे सम्पति के बाजार मूल्य से घटा दिया जाता है।
एक व्यक्ति आय अर्जित करता है, किन्तु धनी तभी बनता है, जब अपनी आय का एक भाग बुद्धिमतापूर्वक कही निवेश करता है। उसकी यही आदत उसे धनवान बनाती है। यहां छ: ऐसी वित्तीय आदते बतार्इ जा रही जो व्यक्ति को धनवान बना देती है।
स्लाइडर में पढ़ें वो टिप्स जिन्हें फॉलो करके आप अमीर बन सकते हैं।
समझदारी से निवेश करना
यह प्राथमिक निवेश की पहली सीढ़ी हैं। जहां पैसा लगाया जाता हैं, वहां गलतियां भी होती है, परन्तु इससे सीखनें को भी मिलता है। किसी भी वित्तीय उत्पादन में निवेश के पहले उसके बारें में आवश्यक जानकारी जुटा लेनी चाहिये तथा उस उत्पाद में निवेश करने से क्या जोखिम रहती है, यह जानना भी आवश्यक रहता है।
पर्याप्त बचत
जो व्यक्ति धनी बनना चाहता है वह आय बढ़ने के साथ अपनी बचत भी उसी अनुपात में बढ़ाने की आदत डालता रहे।
उधार लेने से बचे
उधार लेने से आप द्वारा किया गया निवेश और अर्जित समृद्धि प्रभावित हो सकती है। अत: उधार से बचे और बहुत आवश्यकता होने पर ही इस विकल्प को चुने। विलासिता के उपयोग की वस्तुओं के लिए ऋण लेने से बचें। सम्पति बनाने के लिए ऋण लेने से कोर्इ नुकसान नहीं हैं, क्योंकि जो ब्याज उसके लिए चुकाया जाता है, उसकी तुलना में सम्पति की कीमत ज्यादा बढ़ जाती है।
योजना बनायें
जब तक कोर्इ योजना नहीं बनार्इ जाती, कुछ भी प्राप्त नहीं किया जा सकता। योजना से आपको इस बात का आभास हो जाता है कि आपकी स्थिति क्या है। आप अपने वित्तीय लक्ष्य और वित्तीय वादों की सूची बनायें, ताकि आपको इस बात की जानकारी मिल सके कि वित्तीय स्थिति में आप कहां खड़े हैं। आपकी योजना सशक्त और चतुरार्इपूर्ण होनी चाहिये।
सम्पति का निर्धारण
सम्पति का निर्धारण धनवान बनने की प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण भाग होता है। सम्पति का निर्धारण बुद्धिमता और चतुरार्इ से करना चाहिये, ताकि उससे अधिक रिटर्न मिले और इसमें जोखिम कम हों। सम्पति निर्धारण आपकी जोखिम की क्षमता और वित्तीय वादों को आधार मान कर किया जाता है। युवा शेयर में निवेश कर सकते हैं। मुद्रास्फिति बढ़ने पर भी शेयर में किया गया निवेश ज्यादा रिटर्न देता है।
सही सलाहकार का चयन करें
धनवान बनने के लिए अथक प्रयास करना रहता है। इस विषय में आप सलाहकारों से धन बढ़ाने के उपायों के बारें में खुल कर चर्चा कर सकते हैं, क्योंकि इस क्षेत्र में उनका ज्ञान और अनुभव ज्यादा होता है। परन्तु यह आप पर निर्भर करता है कि आप किस उत्पाद का चयन करते हैं। यदि आपके पास उत्पाद के बारे में अच्छी समझ है तो आप सही निर्णय ले सकते हैं।