जानिए कैसे पहचानें और बदलें 2005 के पहले के नोट
भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में एक आदेश जारी किया है कि 2005 से पहले छापे गये सभी नोट बदले जायेंगे। इसके लिये पहले जून 2015 तक का समय दिया था, जिसे बढ़ाकर दिसंबर 2015 कर दिया गया है। अब सवाल यह उठता है कि 10 रु, 20 रु, 50 रु, 100 रु, 500 रु और 1000 रुपए के नोटों को कैसे पहचानें कि ये बदलने योग्य हैं या नहीं और बदलने के लिये क्या करें? इन सवालों के उत्तर आपको यहां मिलेंगे।
महात्मा गांधी की तस्वीर वाले उन सभी नोटों को जो 2005 के पहले छापे गये थे, उन्हें पहचानना बहुत ही आसान है। नोट के पीछे की ओर बीच में सबसे नीचे आपको बहुत ही छोटे अक्षरों में वर्ष छपा हुआ दिखाई देगा। 2005 से पहले छापे गये नोटों में पीछे की ओर वर्ष नहीं लिखा होता है। यदि नोट के पीछे वर्ष नहीं लिखा है, तो उसका मतलब है कि वह नोट 2005 के पहले का है।
कैसे बदलें 2005 के पहले के नोट
2005 के पहले के नोट की पहचान होते ही किसी भी बैंक की निकटतम शाखा में जायें और कैश काउंटर में वो नोट दें। यदि वह नोट असली है, तो कैशियर उसे तुरंत बदलेगा।
हम आपको बता दें कि सभी बैंकों ने 2005 के पहले के नोटों को देना बंद कर दिया। और पुराने नोट बदलने की उनकी जिम्मेदारी बनती है। यदि कोई बैंक सरकारी या प्राइवेट कोई भी, नोट बदलने से इंकार करता है, तो आप रिजर्व बैंक में इसकी शिकायत कर सकते हैं।
- आप बैंक के कस्टमर हों या नहीं, उससे कोई फर्क नहीं पड़ता, नोट बदलना बैंक की जिम्मेदारी बनती है।
- यदि आपके पास भारी संख्या में नोट 2005 के पहले के हैं, तो आपको पैन कार्ड दिखाना पड़ेगा।
- भारी संख्या में नोट होने पर आपको कैश नहीं मिलेगा, बैंक आपके अकाउंट में पैसा ट्रांसफर कर देगा।
- क्यों बदले जा रहे हैं 2005 के पहले के नोट?
रिजर्व बैंक के इस आदेश को सुनते ही आपने उस पर अमल करना शुरू कर दिया होगा, लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा कि आखिर किन कारणों से नोट बदले जा रहे हैं।
बहुत लोग कहते हैं नकली नोटों पर लगाम कसने के लिये यह सब किया जा रहा है, जबकि असल में उसकी सबसे बड़ी वजह है अंतर्राष्ट्रीय मानक। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा मानक के अनुसार कोई भी देश एक बार में दो प्रकार की सीरीज़ के नोट नहीं जारी कर सकता। चूंकि 2005 के पहले और बाद के नोटों की सीरीज में भारी अंतर है, इसलिये पुराने नोट बदले जा रहे हैं।