अजब-गजब : इस देश में आया 10 लाख का नोट, मगर इतने मिलेगी आधा किलो दाल
नयी दिल्ली। जब नोटबंदी के बाद भारत में 2000 रु का नोट लॉन्च किया तो लोगों को काफी हैरानी हुई थी। क्योंकि उस समय सबसे बड़ा नोट था 1000 रु, जिसकी जगह सरकार ने और भी बड़ा नोट पेश किया था। असल में नोटबंदी के जरिए सरकार का मकसद कालेधन पर लगाम लगाना था। इसलिए उस समय के सबसे बड़े नोटों (500 रु और 1000 रु) को बंद कर दिया। मगर 1000 रु की जगह 2000 रु का नोट पेश करना लोगों की समझ में नहीं आया। भारत में 2000 रु के नोट पर लोगों को काफी हैरानी हुई थी, जबकि एक ऐसा देश है, जहां 10 लाख का नोट छपा है। जी हां चौकिये मत, ये अफवाह नहीं, बल्कि सच है। आगे जानिए कि देश का नाम और वो कारण जिसके चलते वहां 10 लाख का नोट छापा गया है।
वेनेजुएला में छपा 10 लाख का नोट
लैटिन अमेरिका (दक्षिण अमेरिका) में एक तेल संपन्न देश है वेनेजुएला। वेनेजुएला में 10 लाख का नोट छापा गया है। हैरानी की बात है यह है कि वेनेजुएला के 10 लाख के नोट की कीमत भारतीय मुद्रा में सिर्फ 37 रु (करीब आधा डॉलर) के बराबर होगी। इतनी रकम से आप भारत में मुश्किल से आधा किलो दाल ही खरीद पाएंगे। बता दें कि वेनेजुएला की मुद्रा बोलिवर होती है। वहां 10 लाख बोलिवर का नोट आ गया है।
क्या है इसके पीछे कारण
असल में वेनेजुएला में महंगाई बहुत अधिक बढ़ गयी है। भारत में इस समय खुदरा महंगाई 5 फीसदी के आस-पास है। मगर वेनेजुएला में यही महंगाई दर 2665 फीसदी पर पहुंच गयी है। यही कारण है कि वेनेजुएला के केंद्रीय बैंक को 10 लाख बोलिवर का नोट छापना पड़ा है। बहुत जल्द वहां 2 और 5 लाख बोलिवर के नोट भी छपेंगे। पिछले साल इस देश में 1 लाख बोलिवर के नोट छापे गए थे।
बेहद खराब हालत में है अर्थव्यवस्था
वैसे तो वेनेजुएला में कच्चा तेल बहुत अधिक मात्रा में है। इसी तेल की मदद से इस देश की गिनती अमीर देशों में होती है। मगर तेल की कीमतों में गिरावट के चलते वेनेजुएला की अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान हुआ। स्थिति यह है कि वेनेजुएला के केंद्रीय बैंक के पास रिजर्व 50 सालों में सबसे कम है। देश का राजकोषीय घाटा बढ़ने के कारण सेंट्रल बैंक को बहुत अधिक नोट छापने पड़ रहे हैं। वहां की करेंसी की वैल्यू बहुत अधिक घट गयी है।
देश में है मंदी
कोरोना वायरस के कारण वेनेजुएला में भी लॉकडाउन लगा था। दूसरी तरफ देश की तेल से मिलने वाले पैस खत्म हो गए। इससे देश की अर्थव्यवस्था मंदी में आ गयी है। वैसे वेनेजुएला की अर्थव्यवस्था पिछले कई सालों से मंदी में ही है। एक अनुमान के अनुसार 2021 के अंत तक वेनेजुएला की इकोनॉमी और 20 फीसदी घटेगी।
देश में रहना नहीं चाहते लोग
एक समय वेनेजुएला अमीर देशों की लिस्ट में शामिल था। मगर अब वहां भूखमरी जैसे हालात हैं। लंबे समय से लोग देश छोड़ कर जा रहे हैं। लोगों का देश छोड़ कर जाना लगातार बरकरार है। इस देश पर अमेरिकी प्रतिबंध भी हैं।
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