दूध, चीनी समेत इन 8 चीजों की कीमत 1947 में कहां थी और 2021 में कहां पहुंच गयी, जानिए
नई दिल्ली, अगस्त 15। आज 15 अगस्त है। देश आजादी की 74वीं वर्षगांठ धूमधाम से मना रहा है। आज के दिन लाल किले पर देश के प्रधानमंत्री तिरंगा फहरा कर राष्ट्र के नाम भाषण देते हैं। आज पीएम मोदी ने तिरंगा फहरा कर देश को संबोधित किया है। उन्होंने 100वें स्वतंत्रता दिवस तक भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लक्ष्य का ऐलान किया। इस बीच हम आपके लिए कुछ अनोखी जानकारी लेकर आए हैं। दरअसल हम यहां आपको दूध और चीनी समेत 8 जरूरी चीजों के 1947 और आज के रेट लेकर आए हैं। इससे आप यह अंदाजा लगा सकते हैं कि पिछले 74 सालों में भारत की आजादी के बाद से इन चीजों के दाम कितने अधिक बढ़े हैं।
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चावल का रेट
1947 में एक किलो चावल की कीमत सिर्फ 12 पैसे थी। जी हां सिर्फ 12 पैसे। जबकि आज चावल का रेट प्रति किलो 70 रु है। आजादी से पहले एक रु में ही 8 किलो चावल खरीदे जा सकते थे।
आलू की कीमत
भारत में आलू की खपत काफी अधिक है। ये देश के हर हिस्से में खाया जाता है। 1947 में एक किलो आलू की कीमत सिर्फ 25 पैसे थी। यानी आप 1 रु में 4 किलो आलू किलो खरीद सकते थे। जबकि आज आलू का रेट प्रति किलो 25 रु है।
दूध का दाम
आजादी के समय फुल क्रीम दूध का रेट प्रति किलो सिर्फ 12 पैसे था। 1 रु में तब 8 किलो से भी अधिक दूध मिलता था। मगर आज दूध का रेट 58 रु प्रति किलो है। हाल ही में अमूल और मदर डेयरी ने दूध महंगा किया है।
साइकिल का प्राइस
जो साइकिल आज आप 4500-5000 रु में खरीद पाते हैं वो 74 साल पहले सिर्फ 20 रु में उपलब्ध थी। आज एक अच्छी साइकिल आपको 5000 रु तक ही में मिलेगी।
सोने का भाव
सोना ऐसा चीज रहा है, जिसकी मांग हमेशा रही है। 1947 में ये कीमती धातु सिर्फ 88.62 प्रति 10 ग्राम थी। आज देखें तो यह रेट 46700 रु करीब है। अंदाजा लगाया जा सकता है कि सोने के रेट कितने गुना बढ़े हैं।
पेट्रोल का रेट
इस समय भारत में पेट्रोल की कीमत इतिहास के सबसे ऊंचे रिकॉर्ड पर है। इसलिए पेट्रोल का 1947 का रेट जानना आप जरूर चाहेंगे। 1947 में एक लीटर पेट्रोल की कीमत सिर्फ 27 पैसे थी।
रेल किराया
दिल्ली से मुंबई - फर्स्ट क्लास का किराया अब से 74 साल पहले केवल 123 रु था। जबकि आज ये किराया 5025 रु है।
फ्लाइट टिकट
आज दिल्ली से मुंबई का फ्लाइट टिकट करीब 5000 रु से अधिक है। जबकि 1947 में यह सिर्फ 140 रु था। सरकार ने घरेलू उड़ानों पर न्यूनतम और अधिकतम घरेलू हवाई किराए पर कम से कम 12.5 प्रतिशत की कीमतों में वृद्धि की घोषणा की है। सरकार ने 1 जून, 2021 को घरेलू हवाई किराए में 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी, और इससे पहले भी कीमतों में कम से कम एक-दो बार बढ़ोतरी की गई थी। कीमतों में बढ़ोतरी लोअर और अपर कैप पर है जो मांग में वृद्धि और सीमित उड़ानों के कारण असामान्य रूप से उच्च टिकट की कीमतों पर नियंत्रण रखने के लिए लगाई गई है।