क्या हो रहा : फ्रिज और AC के ग्राहक गायब, जानिए क्या हुआ
नई दिल्ली, जुलाई 04। भारत के फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (एफएमसीजी) के बाजार मूल्य में 1% की गिरावट आई है। इस गिरावट के बावजूद भी एयर-कंडीशनर और रेफ्रिजरेटर जैसे इलेक्ट्रॉनिक सामानों की बिक्री मई से जून में 25% कम हुई है। यह कमी यह दिखाती है कि उच्च कीमतों की वजह से सेक्टर में नुकसान जारी है। एक नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, एफएमसीजी और उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए यह लगातार दूसरी मासिक गिरावट है। पारले प्रोडक्ट्स के सीनियर कैटेगरी हेड मयंक शाह ने कहा, 'हम मांग में कमी देख रहे हैं, लेकिन बाजार अभी भी अच्छे स्तर पर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि खासकर बिस्कुट की मांग बनी हुई, क्योकि इसकी कीमतों में बढ़ोतरी अन्य सेगमेंट की तुलना में कम रही है। इन महीनों में मौसम का प्रभाव भी होता है।
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पिछले साल से बेहतर है बाजार
हालांकि, रिपोर्ट में इस जून तिमाही में, पिछले साल के मुकाबले 14% की वृद्धि देखी गई है। पिछला साल कोविड की दूसरी लहर के वजह से मांग में कमी आई थी। पिछले साल के अनुसार कंपनियों ने दामों में भारी गिरावट नहीं कि इस लिए कमी देखी गई है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि ऊंची कीमतों ने खपत को उस स्तर तक प्रभावित करना शुरू कर दिया है जहां मूल्य और मात्रा दोनों प्रभावित हुए हैं। यह उलट सकता है क्योंकि वैश्विक स्तर पर कमोडिटी की कीमतों में गिरावट शुरू हो गई है।
बाजार के लिए अच्छा संकेत
बिजोम की मालिक मोबीसी टेक्नोलॉजीज के ग्रोथ एंड इनसाइट्स के प्रमुख अक्षय डिसूजा ने कहा, 'आपूर्ति सामान्य होने के साथ ही हम खाद्य तेलों की कीमतों में गिरावट देख रहे हैं। "इसके अलावा, सरकार गेहूं, चावल, ईंधन आदि की कीमतों पर लगाम लगाने की कोशिश कर रही है। इससे एफएमसीजी कंपनियों पर खपत वृद्धि पर फिर से ध्यान केंद्रित करने और मूल्य-आधारित विकास के मौजूदा दबाव से कम करने में मदद मिल सकती है।" गिरावट के बाद भी यह सरकार और बाजार के लिए अच्छा संकेत है।
लेकिन पता नहीं हालात कब सुधरेंगे
सभी को उम्मीद है कि जल्द ही रूस और यूक्रेन का विवाद खत्म हो जाएगा। अगर ऐसा नहीं होता है, तो अभी हालात और खराब हो सकते हैं। जानकारों का मानना है कि इस वक्त सबसे बड़ी यही विवाद है।