Wedding Insurance : क्यों है जरूरी, जानिए सबकुछ
Know about Wedding insurance : कोरोना महामारी (Corona Pandemic) ने लोगों को अनेकों सबक दिए हैं। कोरोना के बाद लोग स्वास्थ बीमा समेत अन्य बीमा कराने के लिए सक्रिय हो गए हैं। कोरोना के बाद से मैरिज इंश्योरेंस (Wedding Insurance) को लेकर भी लोग सक्रिय हुए हैं। आज के समय में देश में शादी करने के तौर तरीकों में तेजी से बदलाव हो रहा है। बहुत से लोगों की शादियां कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन के वजह से कैंसिल या पोस्टपोन हुई थी। शादी कैंसिल करने से होने वाले नुकसान को वर और वधू दोनो पक्ष के लोग प्रभावित हुए थे। दोनों पक्षो को काफी नुकासान झेलना पड़ा था। कुछ बीमा कंपनियों ने शादी के नुकसान को कवर करने के लिए Wedding Insurance की सुविधा शुरू की है। चलिए हम मैरिज इंश्योरेंस से जुड़ी सभी जानकारी आपको बताते हैं।
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शादियों में होता है खर्चा
भारत में लोग शादियों में बहुत ज्यादा खर्चा करते है, कुछ लोग अपने बच्चो की शादियो में जीवन की पूरी जमा पूंजी लगा देते हैं। अब देश में शादियों का सीजन शुरू हो गया है। मीडिया में खबरे हैं कि भारत में फरवरी 2023 तक शादियों पर लगभग 3.75 लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। कई बार ऐसा होता है कि शादी तय डेट से ठीक पहले कैंसिल हो जाती है। ऐसा होने पर लोगों का लाखों का नुकसान होता है। ऐसे में लोगों के शादी कैंसिल होने के चलते होने वाले नुकसान को कवर करने के लिए बीमा कंपनियों ने बीमा स्कीम शुरू की है। इस बीमा में शादियों में होने वाली चोरिया या किसी अन्य प्रकार के दुर्घतना से होने वाले नुकसान को बीमा कंपनिया कवर करती हैं।
वेडिंग इंश्योरेंस
एक डेटा के मुताबिक हर साल भारत में लगभग 1.5 करोड़ शादियां होती है। भारतीय लोग इन शादियों में हर साल 3 से 4 लाख करोड़ रुपए खर्च करते हैं। हमारे यहां शादियों में दिलखोलकर खर्चा करने का रिवाज है। शादी होने के कई महीना पहले ही बैंड बाजे, शादी का वेन्यू, शॉपिंग आदि को फिक्स करने की तैयारियां शुरू हो जाती है। ऐसे में शादी कैंसिल होने की स्थिति में काफी नुकसान होता है। अगर शादी कैंसिल हो जाए, तो इससे होने वाले नुकसान से वेडिंग इंश्योरेंस बचाता है।
कैसे देना होगा प्रीमियम
वेडिंग इंश्योरेंस खरीदने के लिए प्रीमियम शादी में होने वाले कुल खर्चों के आधार पर देना होता है। जानकारों का मानना है कि अभी भारत में वेडिंग इंश्योरेंस का चलन ज्यादा जोर पर नहीं है, लेकिन कुछ सालो में यह बहुत ज्यादे फेमस होने वाला है। वेडिंग इंश्योरेंस में पॉलिसी खरीदने के लिए शादी पर होने वाले कुल खर्च का कुल 1 से 1.5 प्रतिशत प्रीमियम के रुप में देना होता है। मान लिजिए आपकी शादी में 15 लाख खर्चे होने वाले हैं तो आपको इसका 1 से 1.5 प्रतिशत प्रीमियम के रुप में भरना होगा।