कमाई का मौका : Virat Kohli और अनुष्का शर्मा की कंपनी लाने जा रही IPO, पैसा रखें तैयार
Go Digit General Insurance IPO : अगर आप आईपीओ में निवेश करना पसंद करते हैं तो आपके लिए यह खबर काफी काम की है। दरअसल एक नयी कंपनी भी अपना आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है। इस कंपनी में दिग्गज भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली और उनकी एक्ट्रेस पत्नी अनुष्का शर्मा की भी हिस्सेदारी है। आगे जानते हैं इन दोनों कंपनियों के आईपीओ के बारे में विस्तार से।
क्या है कंपनी का नाम
सीएनबीसी-टीवी18 के अनुसार बीमा नियामक आईआरडीएआई ने 25 नवंबर को फेयरफैक्स के सपोर्ट वाली गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड को स्टॉक एक्सचेंजों, बीएसई, एनएसई पर लिस्टिंग के लिए अंतिम मंजूरी दे दी है। गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड ने अगस्त में आईपीओ के माध्यम से पैसा जुटाने के लिए मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास आवेदन किया था। विराट कोहली और अनुष्का शर्मा इस कंपनी के निवेशकों में शामिल हैं।
कितने का होगा शेयर
हालांकि सेबी ने आईपीओ को फिलहाल हरी झंडी नहीं दिखाई है। सेबी से मंजूरी मिलते ही यह कभी भी आईपीओ ले आएगी। सेबी ने फिलहाल इसके आईपीओ को मंजूरी न दिए जाने के पीछे का कारण स्पष्ट नहीं किया है। ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) के अनुसार आईपीओ में एक प्रमोटर और मौजूदा शेयरधारक शेयर बेचेंगे। इश्यू में 1,250 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयर बेचे जाएंगे। साथ ही 10,94,45,561 इक्विटी शेयरों का ऑफर फॉर सेल होगा।
प्री-आईपीओ प्लेसमेंट
ओएफएस के तहत गो डिजिट इंफोवर्क्स सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड का प्लान गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड के आईपीओ में 10,94,34,783 इक्विटी शेयर बेचने का है। साथ ही कंपनी 250 करोड़ रुपये तक के इक्विटी शेयरों के प्री-आईपीओ प्लेसमेंट पर विचार कर सकती है। यदि इस तरह का प्लेसमेंट पूरा हो जाए, तो नए इश्यू का टोटल साइज कम हो जाएगा।
क्या होगा पैसों का
आईपीओ इश्यू से मिलने वाले पैसे का इस्तेमाल कंपनी के कैपिटल बेस को बढ़ाने और सॉल्वेंसी के लेवल को बनाए रखने और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। गो डिजिट ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए मोटर बीमा, स्वास्थ्य बीमा, यात्रा बीमा, संपत्ति बीमा, मरीन बीमा, लायबिलिटी बीमा और अन्य बीमा प्रोडक्ट प्रोवाइड करती है। यह क्लाउड पर पूरी तरह से ऑपरेट करने वाली भारत की पहली नॉन-लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों में से एक है और इसने कई चैनल पार्टनर्स के साथ एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (एपीआई) इंटीग्रेशन डेवलप्ड किया है।