PM Modi से 47 फीसदी लोगों को रोजगार के अधिक मौके दिलाने की उम्मीद
देश की जनता का मूड जानने के लिए एक सर्वे किया गया। जिसमें ये पता चला है कि मौजूदा वक्त में लोगों की सबसे बड़ी चिंता बेरोजगारी है।
नई दिल्ली: देश की जनता का मूड जानने के लिए एक सर्वे किया गया। जिसमें ये पता चला है कि मौजूदा वक्त में लोगों की सबसे बड़ी चिंता बेरोजगारी है। मिली जानकारी के मुताबिक बता दें कि देश में बेरोजगारी दर पहले से ज्यादा बढ़ी है। जी हां हाल ही में किए गए एक सर्वेक्षण में पाया गया है कि भारत में बेरोजगारी सबसे बड़ी चिंता बनी हुई है। ये बात इंडिया टुडे ग्रुप- कार्वी इनलाइट मूड ऑफ द नेशन (MOTN) सर्वे 2020 में सामने आई है। वहीं राष्ट्र सर्वेक्षण के मूड में कुल 47 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि मोदी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल में अधिक रोजगार पैदा करने में सक्षम होगी।
दिसंबर 2019 में, किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार, 19 राज्यों में साक्षात्कार में 12,141 उत्तरदाताओं में से 32 प्रतिशत ने पर्याप्त रोजगार के अवसरों की कमी पर चिंता और चिंता व्यक्त की। इस दौरान लोगों से यह पूछे जाने पर कि कौन से मुद्दे उन्हें सबसे अधिक चिंतित करते हैं, मोंट उत्तरदाताओं ने ज्यादातर आर्थिक मुद्दों की ओर इशारा किया, जिसमें 32 प्रतिशत बेरोजगारी को उनकी सबसे बड़ी चिंता के रूप में पहचाना गया, इसके बाद किसान संकट (15 प्रतिशत) और मूल्य वृद्धि (14 प्रतिशत) हुई। और 10 फीसदी लोग आर्थिक मंदी को सबसे बड़ी समस्या मानते हैं।
जानकारी दें कि इंडिया टुडे ग्रुप का ये सर्वे 21 दिसंबर, 2019 से 31 दिसंबर, 2019 तक किया गया। जिसमें 12,141 लोगों से बातचीत की गई। इन लोगों में 67 फीसदी ग्रामीण और 33 फीसदी शहरी लोग शामिल रहे। वहीं पुरुष और महिलाओं की संख्या लगभग बराबर ही रही। सर्वे 19 राज्यों में 97 संसदीय क्षेत्रों के 194 विधानसभा क्षेत्रों में किया गया है।
सरकार दूसरे कार्यकाल में अधिक रोजगार करेगा सृजन
इन लोगों में से 47 फीसदी का मानना है कि मोदी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल में अधिक रोजगार का सृजन कर पाएगी। जबकि 30 फीसदी लोगों को रोजगार के मामले में कुछ बेहतर नहीं दिखाई दिया। इसके साथ ही 19 फीसदी लोगों की प्रतिक्रिया 'कुछ नहीं कह सकते कह के जबाव दिया। क्षेत्रीय तौर पर देखें तो देश के पश्चिमी क्षेत्र में 55 फीसदी लोगों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी के दूसरे कार्यकाल में रोजगार का परिदृश्य बेहतर होने वाला है। वहीं 43 फीसदी लोगों को रोजगार सृजन में कम उम्मीद है। दक्षिणी क्षेत्र के 45 फीसदी और उत्तरी क्षेत्र के 46 फीसदी लोगों ने नौकरियों के सृजन को लेकर उम्मीद जताई है।
यह सर्वे कहता है कि देश के युवा बेरोजगारी की स्थिति से सबसे ज्यादा चिंतित हैं। 18-24 वर्ष आयु वर्ग के 38 प्रतिशत लोग सबसे ज्यादा बेरोजगारी को लेकर चिंतित हैं। 25-30 वर्ष आयु वर्ग के 33 प्रतिशत लोगों की भी सबसे बड़ी चिंता बेरोजगारी है। लेकिन ज्यादा आयु वर्ग के लोगों में यह प्रतिशत घट जाता है।
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