बुरी खबर : भारत की GDP को लगेगा झटका, UNCTAD ने बताई वजह
नई दिल्ली, अक्टूबर 04। भारत की अर्थव्यवस्था के ग्रोथ को लेकर एक बुरी खबर आई है। युनाइटेड नेशन्स कॉन्फ्रेंस ऑन ट्रेड एंड डेवलपमेंट (यूएनसीटीएडीए) ने ट्रेड एंड डेवलपमेंट रिपोर्ट 2022 जारी की है। रिपोर्ट में यह दावा किया है कि इस साल भारत की आर्थिक विकास दर यानी जीडीपी ग्रोथ की दर अनुमान से कम रह सकती है। रिपोर्ट के अनुसार भारत का जीडीपी गिरकर 5.7 फीसदी पर आ सकती है। यह साल 2021 में 8.1 फीसदी पर आई थी। रिपोर्ट में बताया गया है कि वित्तपोषण लागत और कमजोर सामाजिक खर्च की वजह से जीडीपी के अनुमान में गिरावट हो रही है। रिपोर्ट ने दावा किया है कि साल 2023 में जीडीपी रिपोर्ट 4.7 प्रतिशत तक गिर सकती है।
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भारत के जीडीपी ग्रोथ में आ रही है गिरावट
रिपोर्ट के अनुसार सप्लाई चेन के प्रभावित होने के कारण भारत की अर्थव्यस्था में गिरावट हो रही है। देश में फिलहाल यह देखने को मिला है कि सरकार द्वारा शुरू की गई प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम से कॉर्पोरेट निवेश को बढ़ावा तो मिल रहा है। लेकिन फॉसिल फ्यूल के बढ़ते आयात बिल देश के व्यापार घाटे को ज्यादा बढ़ा रहे हैं। इस कारण से विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट आ रही है।
सरकार कर रही है प्रयास
भारत सरकार ने आने वाले समय में कैपिटल एक्सपेंडीचर खासकर रेल और रोड सेक्टर में पूंजीगत व्यय को बढ़ाने का फैसला लिया है। लेकिन कमजोर अर्थव्यवस्था में नीति बनाने वाले लोगों पर इस बात का दबाव बना रहेगा कि वित्तीय असमानता को कम करने का प्रायस किया जाए। इन्ही कारणों से यूएनसीटीएडीए ने भारत की इकोनॉमी 2023 में 4.7 फीसदी जीडीपी ग्रोथ तक गिरने का अनुमान लगाया है।
रुस-यूक्रेन युद्ध ने किया है प्रभावित
रूस के यूक्रेन पर आक्रमण ने विश्व के सप्लाई चेन के लिए विषम स्थिति पैदा कर दी है। अमेरिका ने रुस से तेल के निर्यात पर प्रतिबंध और शिपिंग रुट बदलने के कारण पूरे विश्व के सप्लाई चेन की स्थिति ठिक नहीं है। विश्व की अर्थव्यस्था में अभी मंदी का दौर चल रहा है, और फिलहाल यह संकट गहराता ही चलता जा रहा है।