इन देशों में नहीं लगता Tax, जनता लेती है फुल मौज, ऐसे चलता है देश
Tax free countries: अपने देश में नौकरी और व्यवसाय करने वाले उन सभी लोगों को टैक्स भरना होता है जो सरकार द्वारा निर्धारित टैक्स स्लैब के अंदर आते हैं। दुनिया में अधिकतर देश अपने नागरिकों से टैक्स वसूलते हैं। सरकारें इनकम टैक्स, प्रॉपर्टी टैक्स समेत अन्य डायरेक्ट कर वसूलती हैं। देश का हर नागरिक डायरेक्ट टैक्स तो नहीं देता है लेकिन इनडायरेक्ट टैक्स में देश के हर नागरिक की भूमिका होती है।
दुनिया में कुछ देश ऐसे भी है जहां कि सरकार अपने नागरिकों से टैक्स नहीं वसूलती है। चलिए आज हम आपको उन देशों के विषय में बताते हैं।
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नागरिक नहीं देते हैं टैक्स
दुनिया में कुछ देश ऐसे भी हैं जहां के नागरिक एक रुपए भी टैक्स नहीं भरते हैं। सरकार उनसे टैक्स नहीं वसूलते हैं। इन देशो में कतर, ओमान, यूनाइटेड अरब अमीरात, सऊदी अरब, बहरीन, कुवैत, बरमूडा जैस देशों के नाम शामिल है।
क्या है सरकार के कमाई का जरिया
अब आपके मन में यह सवाल होगा कि अगर नागरिक टैक्स नहीं देते हैं तो सरकारों की कमाई कैसे होती है, सरकरा देश में विकास कार्यों के लिए पैसा कहां से लाती है। आपकों बता दे कि यह देश नागरिकों से टैक्स के बजाय इंपोर्ट ड्यूटी से राजस्व हासिल करते हैं। दूसरे देशों के समान जब इन देशों के बाजार में आता है तो इनपर ज्यादा टैक्स वसूलकर यह देश कमाई करते हैं। इन सभी देशों के पास कच्चा तेल, गैस आदि की प्राकृतिक तत्व भी हैं जिसने उनकों निरंतर कमाई होती रहती है। टूरिज्म से भी इन देशों की कमाई होती है। घूमने आने वाले लोगों से भारी टैक्स वसूला जाता है।
खुद का खर्च निकालने का करते हैं प्रयास
यह तमाम देश सेल्फ वर्किंग मॉडल पर फंक्शन करते हैं, यानी यहां हर डिपार्टमेंट अपने हिस्से का खर्च खूद निकालता है। उदाहरण के लिए समझे तो रेलवे अपने आपरेशन से लेकर सैलरी तक के खर्चे रेलवे से ही निकलता है। इसमें किसी दूसर डिपार्टमेंट का पैसा नहीं लग सकता है। ठिक इसी तरह उद्योग विभाग भी उद्योग से जुड़ी सभी चिजों के लिए रेवेन्यू अपने डिपार्टमेंट से ही निकालता है। टूरिज्म के विकास और काम करने वाले लोगों का खर्चा टूरिज्म से ही मैनेज किया जाता है।