कामयाबी : करोड़ों की Job छोड़ विदेश से लौटा गांव, शुरू किया ये Business, आज जेब में है 600 करोड़ रु
नई दिल्ली, अगस्त 27। किसी भी कार्य को बेहद ही आसानी से किया जा सकता है ये जब मुमकिन है। जब हम किसी भी कार्य को करते व्यक्त अपना तन और मन दोनों लगा दे। बहुत बार ऐसा होता है कि लोगो को एक ऐसा काम करना पड़ता है जो उसके मन को बिल्कुल भी नही भाता है। आज हम उस व्यक्ति की कहानी बताने जा रहे है। जिस व्यक्ति ने माइक्रोसॉफ्ट जैसी बड़ी कंपनी की नौकरी को छोड़ दिया और अपना खुद का स्टार्टअप शुरू किया और उसमे वे सफल भी हुए है। हम बात कर रहे है लेंसकार्ट को शुरू करने वाले यानी पीयूष बंसल की चलिए जानते है उनके सफलता की कहानी।
गजब : नौकरी में नहीं मिली खुशी, तो बना डाली 22 हजार करोड़ रु की कंपनी
शुरु में काफी संघर्ष किया
पीयूष बंसल जो दिल्ली में रहते है उन्होंने एक ऐसे बिजनेस को शुरू किया। जिसे पहले कभी भी अजमाया नहीं गया था। मगर पीयूष बंसल में इस बिजनेस को शुरू करने से पहले इसकी अच्छे तरीके जांच की थी। फिर उन्होंने शुरू किया अपना ऑनलाइन बिजनेस का व्यापार। वर्ष 2010 में पीयूष बंसल में एक स्टार्टअप की शुरुवात की जिसका नाम लेंसकॉर्ट रखा। उन्होंने स्टार्टअप शुरू करने के पहले बहुत संघर्ष किया मगर उनका ये संघर्ष उनके काम आ गया आज पीयूष बंसल की कंपनी 1 हजार करोड़ रूपये से भी अधिक की है।
वर्ष 2007 में वे भारत लोट आए
दिल्ली के एक शिक्षित परिवार में जन्मे पीयूष बंसल उनके पिता एक चार्टर्ड एकाउंटेंट थे। पिता चाहते थे कि पीयूष पढ़ लिख कर एक बड़ा आदमी बने। शुरुवाती शिक्षा के बाद पीयूष कनाडा चले गए वहा उन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की इसके बाद पीयूष ने अपनी पहली नौकरी माइक्रोसॉफ्ट में की। वह उन्हे लाखों का पैकेज मिल रहा था। मगर वे खुश नहीं थे। उन्हें खुद का स्टार्टअप शुरू करने का मन था। इसलिए वे वर्ष 2007 में वापस आ गए। जब वे भारत वापस आए उनके पिता उनसे बहुत नाराज़ थे। फिर उन्होंने पिता को अपने मन की बात बताई तो पिता मान गए।
आज भारत भर में 1500 से अधिक आउटलेट है
उस समय देश के अंदर ई-कॉमर्स का एक कॉन्सेप्ट था। पीयूष को भी इसमें कुछ करना था उन्होंने एक वेबसाइट बनाई। मार्य कैंपस डॉट कॉम इसमें वे छात्र हॉस्टल से लेकर किताबों ,और पार्ट टाइम जॉब के बारे में भी देख सकते थे। वे सफल भी हुए मगर उम्मीद के मुताबिक नही फिर उन्होंने एक साथ 4 वेबसाइट बनाई आईवियर, ज्वेलरी, घड़ी और बैग्स से संबंधित थी। फिर उन्होंने आईवियर को ज्यादा अहमियत दी और उनमें उन्हें आपार सफलता भी मिली। भारत में आज लेंसकार्ट के 1500 से अधिक आउटलेट है।