एक बार फिर टाटा की हो जायेगी एयर इंडिया, 88 साल बाद पलटेगा इतिहास
नयी दिल्ली। सरकार एयर इंडिया में अपनी पूरी 100 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में है। इसके लिए सरकार ने 17 मार्च तक आवेदन मांगे हैं। जो निवेशक एयर इंडिया खरीदने में रुचि रखते हैं वे 17 मार्च तक अपनी बोली दाखिल कर सकते हैं। ऐसा नहीं है कि सरकार एयर इंडिया को बेचने के लिए पहली बार कोशिश कर रही है। सरकार की तरफ से एयर इंडिया को बेचने के लिए पहले भी असफल प्रयास किये गये हैं। मगर इस बार सरकार एयर इंडिया को बेचने में कामयाब होती दिख रही है। टाटा ग्रुप एयर इंडिया को खरीद सकता है। जी हां वही टाटा ग्रुप जिसने एयर इंडिया की स्थापना 15 अक्टूबर 1932 को की थी, एक बार एयर इंडिया को अपना बना सकता है। एयर इंडिया की शुरुआत टाटा ग्रुप ने टाटा एयरलाइंस के नाम से की थी। इसके बाद 1953 में भारत सरकार ने टाटा संस से टाटा एयरलाइंस की अधिकतम हिस्सेदारी खरीद कर इसका राष्ट्रीयकरण कर दिया था।
सिंगापुर एयरलाइंस-टाटा ग्रुप मिल कर खरीदेंगे
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार टाटा ग्रुप सिंगापुर एयरलाइंस के साथ मिल कर सरकारी विमान कंपनी एयर इंडिया को खरीदेगी। ये दोनों कंपनियां एयर इंडिया को खरीदने के लिए बोली दाखिल करने के काफी करीब हैं। उन्होंने पहले ही इस सौदे के स्ट्रक्चर पर काम करना शुरू कर दिया है, जिसमें एयरएशिया इंडिया का विलय शामिल है, जिसमें इनकी 51 फीसदी हिस्सेदारी है। वहीं एयर इंडिया का भी विलय किया जायेगा, जो एयर इंडिया की 100 फीसदी हिस्सेदारी वाली सब्सिडरी है। एक नए समझौते पर जल्द ही हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। टाटा ने एयरएशिया इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस को मिलाने का प्रस्ताव दिया है।
खराब है एयर इंडिया की वित्तीय हालत
एयर इंडिया की वित्तीय हालत बेहद खस्ता है। पिछले 10 सालों में कंपनी को 69,575.64 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पूरी ने दिसंबर में संसद में खुद इस बात की जिम्मेदारी दी थी। 2017-18 में एयर इंडिया को 5438.18 करोड़ रुपये और 2018-19 में 8556.35 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। इतना ही नहीं एयर इंडिया पर 60,000 करोड़ रुपये का कर्ज भी है। एयर इंडिया के एक अधिकारी ने कहा था कि अगर जून 2020 तक कोई निवेशक एयर इंडिया को न खरीदे तो इसका हश्र जेट एयरवेज जैसा हो सकता है।
यह भी पढ़ें - एयर इंडिया पर लटकी तलवार, खरीदार न मिलने पर हो जायेगी बंद