Tata ग्रुप देने जा रही कमाई का तगड़ा मौका, जानिए कब तक
नई दिल्ली, जुलाई 8। टाटा मोटर्स वाहन कंपनी अपनी ग्लोबल प्रोडक्ट इंजीनियरिंग कंपनी और डिजिटल सर्विसेज कंपनी टाटा टेक्नोलॉजिस की वैल्यू को अनलॉक करने की योजना पर काम करना शुरु कर रही है। कंपनी ने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और एविएशन सेगमेंट में बढ़ती मांग को देखते हुए इसके आईपीओ के मूल्यांकन के लिए शुरुआती कदम बढ़ा दिए हैं।अगर योजना सफल रही तो यह दिग्गज डायवर्सिफाइड ग्रुप का 2004 के टीसीएस के बाद पहला आईपीओ होगा। साथ ही 2017 मे टाटा ग्रुप के चेयरमैन बने एन चंद्रशेखरन के कार्यकाल का यह पहला आईपीओ होगा।
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आईपीओ की योजना पर काम शुरू
मनी कंट्रोल खबर के अनुसार, आईपीओ की प्रक्रिया हाल में शुरू की गई है। टाटा टेक्नोलॉजिस के लिए और इनवेस्टमेंट बैंक सिटी को नियुक्त किया गया है। अभी तक प्रस्तावित इश्यू का स्ट्रक्चर स्पष्ट नहीं है। शुरुआत में आईपीओ की योजना पर काम शुरू कर दिया गया है और बाद के चरण में कुछ अन्य घरेलू और विदेशी बैंकों को जोड़ सकते है।
74 प्रतिशत हिस्सेदारी टाटा मोटर्स की टाटा टेक्नोलॉजिस में
74 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सेदारी टाटा मोटर्स की टाटा टेक्नोलॉजिस में है। टाटा मोटर्स की वर्ष 2018 में आधिकारिक घोषणा के बाद टाटा टेक्नोलॉजिस की अल्पांश हिस्सेदारी 43 प्रतिशत प्राइवेट इक्विटी कंपनी वारबर्ग पिनकस को बेचने से पीछे हट गई थी। कंपनी ने वजह नियामकीय मंजूरीयो को नहीं मिलना और बाजार के स्थिति के कारण आंतरिक प्रदर्शन से जुड़ी चुनौतियां बताई थीं। सौदा 36 करोड़ डॉलर में होना था। सौदे की रूपरेखा के आधार पर फरवरी, 2018 में टाटा टेक्नोलॉजिस की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी की वैल्यू 83.7 करोड़ डॉलर थी।
व्यापार कितना बड़ा है
दुनिया के 18 देशों में टाटा टेक्नोलॉजी का व्यापार फैला हुआ है। इनका 18 ग्लोबल डिलीवरी सेंटर हैं। जिसमें बैंकॉक, सिंगापुर, टोक्यो, हनोई, यूरोप के बहुत से देश और उत्तरी अमेरिका का डेटरॉइट भी शामिल है। कंपनी के साथ करीब 9,300 कर्मचारी जुड़े हुए हैं, कंपनी का हेडक्वार्टर पुणे में है।