Festive Season में कार लोन लें या पर्सनल लोन, जानिए किसमें है ज्यादा फायदा
नई दिल्ली, सितंबर 28। आज के युग में आगे बढ़ने के लिए लोन की आवश्यकता सभी को है। सभी लोगों को बिजनेस करने के लिए, गाड़ी खरीदने के लिए, घर खरीदने के लिए लोन की आवश्यकता होती है। अगर आप त्योहरों के समय में लोन के माध्यस से गाड़ी खरीदने की सोच रहे हैं तो आप फेस्टिव सीजन के सयम आसानी से कार या पर्सनल लोन के माध्यम से इसे खरीद सकते हैं। हममें से कई लोग कार लोन और पर्सनल लोन को लेकर कंफ्यूज रहते हैं। चलिए आपको बताते हैं कि कौन सा लोन आपके लिए बेहतर है।
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दोनों में क्या है अंतर
पर्सनल लोन असुरक्षित लोन की कैटेगरी में आता है। जबकि कार लोन सुरक्षित लोन की कैटेगरी में आता है। कार लोन में आपकी वाहन तबतक बैंक या लोन देने वाली संस्था के पास बंधक होती है जबतक आप आखिरी किस्त चुका नहीं देते हैं। अगर बात पर्सनल लोन की करें तो यह ग्राहक के मासिक आय, क्रेडिट स्कोर और नौकरी की स्थिति पर निर्भर होता है। कार लोन की राशि वाहन के आधार पर तय की जाती है। बैंक कार लोन के लिए कार के दाम के 90 प्रतिशत तक लोन अप्रुव कर सकते हैं। लेकिन यह आपके क्रेडिट स्कोर पर निर्भर करता है कि आपको वाहन की कीमत का कितना प्रतिशत लोन मिलेगा।
पर्सनल लोन के लिए नहीं है कोलेटरल की जरूरत
कार लोन और पर्सनल लोन के बीच एक और महत्वपूर्ण अंतर है। पर्सनल लोन में अधिक धन प्राप्त करने की संभावना कम होती है, अगर आपका क्रेडिट स्कोर थोड़ा सा भी खराब है तो आप इससे वंचित हो सकते हैं। क्योंकि पर्सनल लोन एक असुरक्षित लोन है और इसके लिए आपको कार, संपत्ति या सोने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। अगर आप पर्सनल लोन भरने में असमर्थ होते हैं तो बैंक आपकी संपत्ती निलाम कर सकता है।
ब्याज दर का भी होता है अंतर
लोन लेने से पहले यह ध्यान रखना जरूरी है कि व्यक्तिगत लोन लेने पर ब्याज दर ज्यादा हो सकती है। लगभग सभी बैंक पर्सनल लोन पर उच्च ब्याज दर वसूलते हैं। कार लोन पर पर्सनल लोन के मुकाबले ब्याज दर कम होता है।