Success story : छोटी उम्र में छोड़ा घर, आज कमाते हैं 3 करोड़ रु सालाना
नई दिल्ली, अगस्त 19। जिंदगी में तो सब ही सफल होना चाहते है मगर उनमें से कुछ ही लोग सफल हो पाते है। आज हम आपको ऐसे ही 2 दोस्तों की कहानी बताने जा रहे है जो बहुत कम उम्र में ही पुराने जुते बेचकर करोड़पति बन चुके है। रतन टाटा और बराक ओबामा ने भी इन दो उद्यमियों की प्रशंसा की है चलिए जानते है कौन है ये दो उद्यमी और कैसे करते है सालाना 3 करोड़ से अधिक का बिजनेस।
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घर से भागा 10 वर्ष की उम्र में
ये कहानी 2 उद्यमियों की है। रमेश धामी और श्रियांश भंडारी। वर्ष 2004 में रमेश धामी ने अभिनेता बनने का सपना देखा और 10 वर्ष की उम्र में घर को छोड़ कर भाग गए थे। 2 वर्ष तक रमेश धामी अलग अलग शहरों में धक्के खाए उसके बाद वे 12 वर्ष की उम्र में मुंबई पहुंचे। जहा एक एनजीओ में रमेश धामी को संरक्षण मिला।
कंपनी का वार्षिक टर्न ओवर 3 करोड़ रु से भी अधिक
श्रीयांश भंडारी से रमेश धामी की मुलाकात मुंबई में हुई। दोनो मित्र ने मिल कर खुद का बिजनेस करने का फैसला कर लिया था फिर दोनो ने बहुत सोचने के बाद जूते चप्पल बेचने का व्यापार शुरू किया इसलिए दोनो ने मिल कर एक स्टार्टअप कंपनी शुरू की। जिसका नाम उन्होंने ग्रीनसोल रखा। इस कंपनी का काम पुरानी जूते और चप्पल को ठीक तरीके से सुधारना और उसे न्यू बना कर बेचना है। इस कम्पनी का टर्न ओवर 6 वर्ष के अंदर 3 करोड़ रूपये से अधिक का हो गया।
वर्ष 2015 में मुंबई से शुरू हुई यह कंपनी
ग्रीनसोल कंपनी वर्ष 2015 में मुंबई से शुरू हुई और आज बहुत नाम कमा रही है। आपको बता दे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा भी इसको चाहने वाले है। फोर्ब्स जैसी इंटरनेशनल पत्रिका में धामी और भंडारी को इस उद्यम की सराहना की गई है।