Success Story : सेल्समैन से शुरू किया सफर, आज है कामयाब बिजनेसमैन
नई दिल्ली, सितंबर 8। दुनिया में हर जगह एक दरवाजा होता है, लेकिन उन सभी जगहों पर हर सेल्सपर्सन नहीं पहुंच पाता। वहीं दूसरी तरफ हर कोई अलग-अलग उत्पादों का उपभोक्ता होता है, लेकिन जिस तरह से वो उत्पाद खरीदता है वह उसकी क्रय शक्ति और विक्रेताओं की कैपेसिटी को भी परिभाषित करता है। इस तरह हम आमतौर पर मानते हैं कि कोई व्यक्ति जो अपने उत्पादों को घर-घर जाकर या गलियों में बेच रहा है, वह कभी भी अपने उत्पादों को दुनिया के सबसे मशहूर और शक्तिशाली लोगों को नहीं बेच पाएगा। लेकिन कुछ भी असंभव नहीं है। आज हम आपके लिए लाए एक ऐसे व्यक्ति की कहानी, जो एक समय गलियों में अपने प्रोडक्ट बेचता था, मगर आज दुनिया की कुछ सबसे महंगी जगह (होटल, एयरपोर्ट आदि) उसकी ग्राहक हैं।
Business Plan : प्याज कराएगी लाखों रु की कमाई, नौकरी करने की नहीं रहेगी जरूरत
जूट मिल मजदूर का बेटा
हम बात कर रहे हैं कोलकाता के आसिफ रहमान की। आसिफ के पिता एक जूट मिल मजदूर थे, जो अरबी में पारंगत थे। उनकी माँ एक गृहिणी थीं, जिनसे उन्होंने संस्कृत सीखी। आसिफ ने कोलकाता विश्वविद्यालय से वर्ष 1988 में स्नातक की पढ़ाई पूरी की और नौकरी की तलाश शुरू की। उन्हें नौकरी की सख्त जरूरत थी। आसिफ को पहली नौकरी तब मिली जब एक दुकानदार ने उन्हें कोलकाता में पार्क स्ट्रीट स्थित अपनी दुकान के अंदर आमंत्रित किया और उन्हें घर-घर जाकर सेल्समैन के रूप में कार्पेट बेचने को कहा। वे बाहर खड़े होकर जिज्ञासा से उसकी दुकान को देख रहे थे। इसीलिए उस दुकानदार ने अपने पास बुला कर बातचीत की और उन्हें उनकी पहली जॉब ऑफर की।
मेहनत से मिलेगी कामयाबी
केनफोलियोज की रिपोर्ट के अनुसार कालीन उद्योग में करियर की यात्रा शुरू करने के बाद, आसिफ को केवल यह पता था कि लगातार मेहनत से ही सफलता का रास्ता मिलेगा। डोर-टू-डोर सेल्समैन के रूप में, आसिफ को कभी-कभी कठिन परिश्रम और अपमान सहित शारीरिक और मनोवैज्ञानिक चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा। मगर आसिफ सीखते रहे और कालीन बिजनेस में एक विशेषज्ञ बन गए। वर्ष 2003 में, आसिफ को न्यूयॉर्क स्थित एक कालीन कंपनी के साथ काम करने का अवसर मिला।
शुरू किया अपना ब्रांड
न्यूयॉर्क स्थित कंपनी के साथ अपने आठ वर्षों के लंबे कार्यकाल में, आसिफ ने अंतरराष्ट्रीय अप्रोच से कालीन उद्योग में महारत हासिल की और बिजनेस में अच्छे संपर्क भी बनाए। इस दौरान, वह एक कालीन-जादूगर बन गए और अपना खुद का बिजनेस शुरू करने का फैसला किया। फिर उन्होंने अपनी कंपनी 'इनसाइन कार्पेट्स' लॉन्च की।
ताज महल पैलेस होटल से मिला कॉन्ट्रैक्ट
आसिफ को जल्द ही अपना पहला ऑर्डर मिला और वो भी ताजमहल पैलेस होटल, मुंबई से। ये होटल आईएचसीएल की यूनिट है। वहां के अधिकारियों ने आसिफ को आईएचसीएल के सप्लायर की लिस्ट में शामिल करने के लिए रास्ता बनाने के लिए कई विशेष अनुमति ली। क्योंकि उनके यहां सप्लायरों को काम देने के नियम सख्त हैं। तब से इनसाइन कार्पेट्स लगातार डेवलप हुई और एक प्रमुख कालीन निर्माता कंपनी बनी। आसिफ ने देश भर से कालीन कारीगरों को खोजने के लिए असाधारण प्रयास किए। 2020 तक इनसाइन कार्पेट्स के पास दुनिया भर में 13 डिजाइनरों और 18 कार्यालयों की एक टीम थी और भारत और चीन में इसकी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज हैं।
कौन-कौन हैं क्लाइंट
कभी सेल्समैन रहे आसिफ की कंपनी के क्लाइंटों की लिस्ट में आज गूगल और लूई वीटॉन शामिल हैं। उनकी कंपनी के कुछ बेहतरीन प्रोजेक्ट में अबू-धाबी के क्राउन प्रिंस की निजी यॉट के लिए कालीन बनाना शामिल है। कंपनी के ग्राहकों में बड़े 5 स्टार होटल और हवाई अड्डे, प्राइवेट और सरकारी जेट और दुनिया के सबसे अमीर और सबसे प्रभावशाली लोगों की संपत्तियां शामिल हैं। किसी ऐसे व्यक्ति के लिए जो गलती और ज़रूरत से कार्पेट उद्योग में आया और डोर-टू-डोर सेल्सपर्सन से ऊंचाई तक पहुंचा, ये वाकई एक असामान्य उपलब्धि है।