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Success Story : पहले थी किराने की दुकान, एक आइडिया आया और बना ली 1000 करोड़ रु कंपनी

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नई दिल्ली, सितंबर 01। बिजनेस में कामयाबी यूं ही नहीं मिलती। इसके लिए मेहनत लगती है। आपको रिस्क भी लेना होता है। आप भले ही शुरुआत एक छोटी सी दुकान से ही क्यों न करें, मगर आपका प्लान लंबा होना चाहिए। इसकी एक मिसाल पंसारी ग्रुप है। पंसारी ग्रुप की शुरुआत राजस्थान में एक छोटी सी किराना दुकान से हुई थी। मगर आज ये एफएमसीजी सेगमेंट में एक बहुत बड़ा नाम बन गया है। आज इस ग्रुप का टर्नओवर 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा का है। जानते हैं पंसारी ग्रुप के सफर की पूरी कहानी।

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ऐसे हुई थी शुरुआत

ऐसे हुई थी शुरुआत

1940 के दशक में राजस्थान के पावटा में एक किराना दुकान से पंसारी ग्रुप की शुरुआत हुई, जिसे पंसारी इंडस्ट्रीज के मौजूदा डायरेक्टर शम्मी अग्रवाल के दादा ने शुरू किया था। 'पंसारी की दुकान' के नाम वाली उस किराना शॉप के बाद शम्मी के दादाजी कोलकाता चले गए। फिर वहां सरसों और तिल का थोक कारोबार शुरू किया। पर 80 के दशक के पहले सालों में ही बिजनेस नाकामयाब हो गया। असल में उस साल भारी वर्षा हुई थी, जिससे फसलों को काफी नुकसान हुआ था। इससे अग्रवाल परिवार ने बीजों का कारोबार छोड़ खाद्य तेल के कारोबार का रुख किया।

दिल्ली में जमाया काम

दिल्ली में जमाया काम

शम्मी के दादाजी के बाद पिता ने दिल्ली आकर किराए पर एक फैक्ट्री ली। उसमें खाद्य तेल की मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने के बाद 90 के दशक में ट्रेडिंग से मैन्युफैक्चरिंग में शुरुआत की। 2005 तक इस कंपनी ने उत्तर भारत में 7 यूनिट लगा ली थीं। फिर साल 2010 में जाकर शम्मी ने पंसारी ग्रुप को जॉइन किया और उसे एक ब्रांड में कंवर्ट करने का सोचा।

पंसारी ब्रांडेड सरसों तेल

पंसारी ब्रांडेड सरसों तेल

शम्मी के आने के बाद पंसारी ग्रुप ने पंसारी ब्रांडेड सरसों तेल बाजार में उतारा। यहीं से ग्रुप की किस्मत बदल गयी। शम्मी ने पूरे ग्रुप का रुख बिजनेस टू बिजनेस से बिजनेस टू कंज्यूमर की तरफ मोड़ दिया। इससे 2010-11 में ग्रुप ने 180 करोड़ रुपये की इनकम हासिल की। मगर ये लिमिट नहीं थी, बल्कि शम्मी फॉर्च्यून जैसे ब्रांड्स की लिस्ट में शामिल होना चाहते थे।

नुकसान भी हुआ

नुकसान भी हुआ

शम्मी को कारोबार में नुकसान भी हुआ। कई लोगों ने माल लेकर पैसा नहीं दिया। मगर उनके पिता ने नुकसान की परवाह न करने को कहा। पिता के साथ साथ ताऊजी से सपोर्ट मिला। एक खास काम शम्मी ने यह किया वे केवल ब्रांडेड सरसों तेल पर ही फोकस करते रहे। इसी ने उन्हें सफलता दिलाई। फिर 2016 से पंसारी ब्रांड नाम के तहत और भी प्रॉडक्ट पेश किए गए। कंपनी रिफाइंड वेजिटेबल ऑयल, चावल, आटा, मसाले, अनाज, इंस्टैंट इंडियन मिक्स आदि जैसे उत्पाद पेश करने में कामयाब रही। अब स्थिति यह है कि 57 से ज्यादा देशों में इसके प्रोडक्ट एक्सपोर्ट किए जा रहे हैं।

अन्य कारोबारों में किया प्रवेश

अन्य कारोबारों में किया प्रवेश

एफएमसीजी के बाद पंसार ग्रुप ने समय के साथ रियल एस्टेट, सागौन प्लांटेशन और एनर्जी जैसे क्षेत्रों में प्रवेश किया। योअरस्टोरी की रिपोर्ट के अनुसार रियल एस्टेट में पंसारी ग्रुप पूर्ति ग्रुप के नाम से कारोबार करता है। शम्मी ऑस्ट्रेलिया की मोनाश यूनिवर्सिटी से मार्केटिंग व फाइनेंस में एमबीए, दिल्ली यूनिवर्सिटी से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स और कई शॉर्ट कोर्सेज कर चुके हैं। अब वे जल्द ही हेल्थ सेगमेंट में भी एंट्री करने जा रहे हैं।

English summary

Success Story First there was a grocery store an idea came and made 1000 crores company

In the year 2010, Shammi joined the Pansari Group and thought of converting it into a brand.
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