अजब-गजब : 60 साल बाद बेटे को मिली पिता की Bankbook, 12684 रु के बन गये 9.33 करोड़ रु
नई दिल्ली, मई 21। अगर कुछ हजार रु बैंक खाते में रखे जाएं तो वो करीब 60 साल बाद कितने रुपये हो जाएंगे? शायद अंदाजा लगाना मुश्किल है। मगर ये एक बहुत बड़ी रकम बन जाएंगे, इतनी बात कंफर्म है। दरअसल एक ऐसा ही वाकया सामने आया है, दक्षिण अमेरिकी देश चिली में। वहां एक बेटे को अपने पिता की बैंकबुक मिली है, जो 60 साल पुरानी है। आगे जानिए पूरी कहानी।
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कितनी थी रकम
एक्जेक्विल हिनोजोसा के पिता 1960 और 70 के दशक में एक घर खरीदने के लिए बचत कर रहे थे और लगभग 140,000 पेसो बचाने में कामयाब रहे। ये रकम आज के हिसाब से लगभग 163 डॉलर है, जो भारतीय मुद्रा में 12684 रु होती है। ये रकम अब एक निष्क्रिय क्रेडिट यूनियन की बैंकबुक में विस्तृत रूप से दर्ज है। उनके पिता की मृत्यु के बाद ये बुक दशकों तक एक डिब्बे में बंद रही।
कैसे खुला राज
हिनोजोसा ने इसे अपने पिता की मिली चीजों में पाया। इसी तरह की बैंकबुक बेकार पाई गई हैं, लेकिन हिनोजोसा के पास "स्टेट गारंटीड" लिखा हुआ एक एनोटेशन है। दरअसल ब्याज और मुद्रास्फीति के साथ, 140,000 पेसो का मूल्य अब 1 बिलियन पेसो या लगभग 1.2 मिलियन डॉलर से अधिक होने का अनुमान है, जो भारतीय मुद्रा में 9.33 करोड़ रु होते हैं।
अदालत में पहुंचा मामला
इसने राज्य (स्टेट) और हिनोजोसा के लिए एक बड़ा सिरदर्द पैदा कर दिया है। ये मामला सर्वोच्च न्यायालय तक पहुंच गया है। हिनोजोसा के अनुार यह पैसा हमारे परिवार का है। पिता ने वास्तव में कड़ी मेहनत करके इसे बचाया। उनके मुताबिक जब तक उनके परिवार को यह बैंकबुक नहीं मिली तब तक परिवार को यह भी नहीं पता था कि बैंकबुक मौजूद है।
सरकार के लिए टेंशन
कई अदालतों ने हिनोजोसा के पक्ष में फैसला सुनाया है, लेकिन सरकार ने हर कदम पर अपील की है। अब एक अंतिम अदालत मिलियन-डॉलर की बैंकबुक के भाग्य का फैसला करेगी।
नहीं थी ऐसी उम्मीद
हिनोजोसा ने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह प्रोसेस स्टेट के खिलाफ एक तरह के मुकदमे में बदल जाएगी। वे कहते हैं कि अगर न्याय प्रणाली (सर्वोच्च न्यायालय) मेरे पक्ष में फैसला सुनाती है, तो पूरे बकाये, न कम न ज्यादा, का भुगतान करने से समस्या खत्म हो जाएगी।