अजब-गजब : लकड़ी ढूंढने गई महिला को मिला हीरा, बदल गयी किस्मत
नई दिल्ली, जुलाई 28। ऊपर वाला जब भी देता, देता छप्पर फाड़ के। ये बात एक बार फिर से सच हो गयी है। खबर मध्य प्रदेश से है, जहां एक गरीब महिला को हीरा मिला है और उसकी किस्मत हमेशा के लिए बदल गयी है। बता दें कि मध्य प्रदेश के पन्ना में हीरों का भंडार है। वहां लोग हीरे ढूंढने जाते हैं। लोग पट्टे पर हीरे लेते हैं और उनमें से कुछ को हीरा मिल जाता है। अब एक महिला को वहीं एक हीरा मिला है। आइए जानते हैं पूरी डिटेल।
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कितने कैरेट का है हीरा
मध्य प्रदेश का पन्ना कीमती पत्थर हीरे की खदानों के लिए मशहूर है। उसके जंगल में लकड़ी लेने गई एक महिला को वहां 4.39 कैरेट का हीरा मिल गया। अनुमानों के मुताबिक नीलामी में हीरा 20 लाख रुपये तक की कीमत पर बिक सकता है। वहां के हीरा निरीक्षक अनुपम सिंह के मुताबिक पुरुषोत्तमपुर निवासी गेंदा बाई बुधवार को जंगल में लकड़ी लेने गई थीं। वहीं उन्हें एक कीमती पत्थर मिला।
जमा करा दिया हीरा
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार हीरा मिलने के बाद महिला डायमंड ऑफिस पहुंची और वहां उसे जमा किया, जो 4.39 कैरेट का हीरा है। अधिकारी ने कहा कि इस कच्चे हीरे की नीलामी की जाएगी और इससे होने वाली राशि को सरकारी रॉयल्टी और टैक्स कटौती के बाद महिला को दे दिया जाएगा। पत्रकारों से बात करते हुए गेंदा बाई ने कहा कि वह जंगल से जलाऊ लकड़ी इकट्ठा कर बेच रही हैं और घर चलाने के लिए मजदूरी का काम भी कर रही हैं।
कहां खर्च करेंगी पैसे
गेंदा बाई के अनुसार उनके चार बेटे और दो बेटियां हैं, जिनकी उम्र शादी योग्य है। उन्होंने कहा कि नीलामी से प्राप्त धन का उपयोग वे अपने घर के निर्माण और उनकी बेटियों की शादी के लिए करेंगी। मध्य प्रदेश के गरीब बुंदेलखंड क्षेत्र का एक जिला पन्ना अपनी हीरे की खदानों के लिए जाना जाता है।
कैसे खोजे जाते हैं हीरे
पन्ना में कुछ बड़े पैमाने पर खनन परियोजनाएं चल रही हैं। वहीं कई अन्य व्यक्ति या छोटे समूह भी यहां हीरों की खोज कर रहे हैं। ये खोज ज्यादातर खनन के लिए सरकार से लीज पर ली गई जमीन पर होती हैं। मध्य प्रदेश सरकार ऐसे लोगों को 8×8 मीटर भूखंड पट्टे पर देती है, जो हीरे के लिए बजरी धोते हैं। ये कारीगर खान कहलाए जाते हैं। ये हीरे की तलाश के लिए बजरी और चट्टानों को तोड़ने के लिए कुल्हाड़ी या हाथ से पकड़े जाने वाले उपकरणों से काम लेते हैं।
जानिए पन्ना का इतिहास
बता दें कि पन्ना भारतीय राज्य मध्य प्रदेश में पन्ना जिले का एक शहर है। यह अपनी हीरे की खानों के लिए प्रसिद्ध है। यह पन्ना जिले का प्रशासनिक केंद्र है। मालूम हो कि जीन-बैप्टिस्ट टैवर्नियर के 1676 'ट्रैवल्स इन इंडिया' को संपादित करने वाले वैलेंटाइन बॉल के अनुसार, टाइफेंथेलर 1765 में खदानों का दौरा करने वाले पहले यूरोपीय थे। उन्होंने दावा किया कि पन्ना हीरे की भारत में अन्य स्थानों के साथ कठोरता की तुलना नहीं की जा सकती है। इस क्षेत्र से वास्तव में कोई बड़ा हीरा नहीं मिला है।