गजब की स्कीम : 1 शेयर के हो जाएंगे 5, खरीद कर उठाएं फायदा
नई दिल्ली, जून 23। स्टॉक स्प्लिट के जरिए कंपनी शेयरों के लिए लिक्विडिटी को बढ़ावा देने के लिए अपने बकाया शेयरों को कई शेयरों में विभाजित करती है। स्प्लिट स असल में शेयर में कोई मूल्य नहीं जुड़ता, क्योंकि किसी कंपनी के कुल बकाया शेयरों का बाजार मूल्य समान रहता है लेकिन एक शेयर का बाजार मूल्य एक शेयर से स्प्लिट किए गए शेयरों की संख्या के अनुपात में कम हो जाता है। हम यहां आपको एक ऐसी ही कंपनी के शेयरों में बताने जा रहे हैं जो स्टॉक स्प्लिट करने जा रही है।
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कौन सी है कंपनी
कंपनी के बोर्ड ने 21 जून को आयोजित अपनी बैठक में 10 रु वाले फेस वैल्यू के के 1 (एक) इक्विटी शेयर को 5 में 2 रुपये के फेस वैल्यू वाले इक्विटी शेयरों में स्प्लिट करने का फैसला किया। रिटेल निवेशकों की बड़े स्तर पर भागीदारी को प्रोत्साहित करने और शेयर बाजार में कंपनी के इक्विटी शेयरों की लिक्विडिटी बढ़ाने के लिए शेयरों को स्प्लिट करने का फैसला किया।

कितना लगेगा समय
इस मामले पर अभी कंपनी के शेयरों की मंजूरी ली जाएगी। शेयरधारकों की मंजूरी की तारीख से दो महीने के भीतर स्टॉक विभाजन पूरा होने की उम्मीद है। 1961 में स्थापित सविता ऑयल को शुरू में लिक्विड पैराफिन की मैन्युफैक्चरिंग के लिए स्थापित किया गया था ताकि एक आयात का विकल्प मिल सके। इसके तुरंत बाद 1965 में इसने पेट्रोलियम जेली का उत्पादन किया। फिर बाद में कंपनी ने मुंबई के बाहरी इलाके में अपनी दूसरी विनिर्माण सुविधा का निर्माण करने के बाद पेट्रोलियम विशिष्टताओं का निर्माण किया।

शेयर की डिटेल
इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 1,830 रु रहा है, जबकि इसी अवधि में यह 932.00 रु के निचले स्तर तक गिरा है। इसके 1 महीने का रिटर्न 2 फीसदी रहा है, जबकि 2022 में अब तक 3.66 फीसदी गिरा है। 1 साल में यह 17.8 फीसदी फिसल चुका है। 5 सालों में भी यह 6.30 फीसदी फिसला है। 1 जनवरी 1999 से इसने अब तक 6122.5 फीसदी रिटर्न दिया है।

कितनी है मार्केट कैपिटल
आज कंपनी का शेयर 1084.80 रु बंद हुआ और इसमें 0.76 फीसदी की कमजोरी आई। इस स्तर पर कंपनी की मार्केट कैपिटल 1,499.20 करोड़ रु है। स्टैंडअलोन आधार पर फर्म की इनकम तिमाही दर तिमाही बढ़ रही है और मार्च में समाप्त हुई तिमाही के लिए 794.3 करोड़ रु रही, जो पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान 633.07 करोड़ रु रही थी।

शेयर स्प्लिट का कारण
अकसर जब किसी शेयर की कीमत काफी बढ़ जाती है तो कंपनी उसकी वैल्यू को निवेशकों के लिए किफायती बनाने के लिए उसे स्प्लिट कर देती है। इससे कंपनी की फेस वैल्यू के साथ साथ उसकी मार्केट वैल्यू भी विभाजित हो जाती है। हालांकि ध्यान रहे कि इस कंपनी के शेयरों के स्टॉक स्प्लिट के बारे में सूचित किया गया है, न कि इनमें खरीदारी की कोई सलाह दी जा रही है। वैसे भी शेयर खरीदने के लिए कंपनी की प्रोफाइल और बाकी कई चीजें देखना जरूरी है। इसलिए यदि आप इसमें निवेश करते हैं तो पहले अच्छे से रिसर्च कर लें।