Share Market धड़ाम : Sensex 1546 अंक टूटकर बंद
नई दिल्ली, जनवरी 24। आज शेयर बाजार में गिरावट के साथ क्लोजिंग हुई। आज जहां सेंसेक्स करीब 1545.67 अंक की गिरावट के साथ 57491.51 अंक के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 468.10 अंक की गिरावट के साथ 17149.10 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसके अलावा आज बीएसई में कुल 3,706 कंपिनयों में ट्रेडिंग हुई, इसमें से करीब 518 शेयर तेजी के साथ और 3,068 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। वहीं 120 कंपनियों के शेयर के दाम में कोई अंतर नहीं आया। वहीं आज 252 स्टॉक 52 हफ्ते के ऊपरी स्तर पर बंद हुए हैं। इसके अलावा 68 स्टॉक अपने 20 हफ्ते के निचले स्तर पर बंद हुए। इसके अलावा आज 266 शेयर में अपर सर्किट लगा है, तो 937 शेयर में लोअर सर्किट लगा है। इसके अलावा आज शाम को डॉलर के खिलाफ रुपया 14 पैसे की कमजोरी के साथ 74.56 रुपये के स्तर पर बंद हुआ।
आज गिरावट के हैं प्रमुख कारण
- अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दरें बढ़ाने की घोषणा प्रमुख कारण है।
- विदेश और देश में कोविड मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। पिछले कुछ दिनों से 3 लाख केस से ऊपर बने हुए हैं। इसके चलते भी बाजार में चिंता बनी हुई है।
- तीसरी तिमाही के नतीजों के शुरुआती रुझान से साफ है कि कंपनियों की उत्पादन लागत लगातार बढ़ रही है। इससे मुनाफे और बिक्री पर असर पड़ सकता है।
निफ्टी के टॉप गेनर
सिपला का शेयर करीब 25 रुपये की तेजी के साथ 892.10 रुपये के स्तर पर बंद हुआ।
ओएनजीसी का शेयर करीब 2 रुपये की तेजी के साथ 165.70 रुपये के स्तर पर बंद हुआ।
निफ्टी के टॉप लूजर
रिलायंस का शेयर करीब 100 रुपये की गिरावट के साथ 2377.90 रुपये के स्तर पर बंद हुआ।
आईसीआईसीआई बैंक का शेयर करीब 6 रुपये की गिरावट के साथ 798.45 रुपये के स्तर पर बंद हुआ।
बजाज फिनांस का शेयर करीब 442 रुपये की गिरावट के साथ 6931.75 रुपये के स्तर पर बंद हुआ।
इनफोसिस का शेयर करीब 49 रुपये की गिरावट के साथ 1736.80 रुपये के स्तर पर बंद हुआ।
आईटीसी का शेयर करीब 62 रुपये की गिरावट के साथ 3771.35 रुपये के स्तर पर बंद हुआ।
जानिए कब हुई थी सेंसेक्स की शुरुआत
मुम्बई शेयर बाजार (बीएसई) के एक सूचकांक सेंसेक्स है। मुंबई शेयर बाजार के लिए इसे 1986 में तैयार किया गया था। तभी से यह न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया भर में इस महत्व पूर्ण सूचकांक समझा जाता है। सेंसेक्स में बीएसई की 30 कंपनियों को शामिल किया जाता है। पहले सेंसेक्स के अंकों की गणना मार्केट कैपिटलाइजेशन-वेटेज मेथाडोलाजी के आधार पर होती है, लेकिन अब फ्री फ्लोट मार्केट कैपिटलाइजेशन-वेटेज मेथाडोलाजी के आधार पर की जाती है। सेंसेक्स का आधारवर्ष 1978-79 है।
जानिए कब हुई थी निफ्टी की शुरुआत
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का प्रमुख सूचकांक निफ्टी है। निफ्टी में एनएसई की टॉप 50 कंपनियों को शामिल कर सूचकांक का स्तर पर तय किया जाता है। निफ्टी सूचकांक निफ्टी दो शब्दों को मिला कर बनाया गया है। यह हैं नेशनल और फिफ्टी। निफ्टी का आधार वर्ष 1995 है। निफ्टी-50 में एनएसई की टॉप 50 कंपनियों को फ्री फ्लोट मार्केट कैप के आंकड़ों के आधार पर सिलेक्ट किया जाता है।