चमकी किस्मत और बना करोड़पति, बैठे-बिठाए जीते 12 करोड़ रु
नयी दिल्ली। कैसा हो कि कोई 24 साल की उम्र में बिना किसी नौकरी या बिजनेस के करोड़पति बन जाए। बैठे-बिठाए भला कौन करोड़पति बनना नहीं चाहेगा। मगर इसके लिए जिस चीज की जरूरत है वो भी सबके पास नहीं होती। जी हां सबके पास इतनी अच्छी किसमत नहीं होती कि बिना मेहनत के इतनी छोटी उम्र में करोड़पति बन जाए। मगर ऐसा हुआ है एक युवक के साथ, जो बिना बिजनेस या नौकरी के महज 24 साल की उम्र में करोड़पति बन गया। इस युवक की 1-2 नहीं बल्कि पूरे 12 करोड़ रु की लॉटरी लगी है। आइए जानते हैं इस खुशकिसमत युवक के बारे में।
ऐसे लगा 12 करोड़ रु का इनाम
केरल के इडुक्की जिले के 24 वर्षीय अनंथु विजयन का सितारा चमक गया। विजयन भी यह जानकर हैरान हैं कि वह एक लॉटरी में 12 करोड़ रुपये का पहला पुरस्कार जीतकर करोड़पति बन गए हैं। विजयन ने केरल के राज्य सरकार की थिरुवोनम बम्पर लॉटरी में 12 करोड़ रुपये का पहला पुरस्कार जीता है। केरल सरकार ने रविवार को थिरुवोनम बम्पर 2020 लॉटरी विजेता की घोषणा की। बता दें कि विजयन पोन्नेथ मंदिर में एक क्लर्क के रूप में काम करते हैं। मगर अब उनकी किसमत चमक गई है।
मिडिल क्लास है परिवार
वह एक साधारण परिवार से आते हैं। परिवार में उनके माता-पिता और दो भाई-बहन शामिल हैं। न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार उनके पिता एक चित्रकार के रूप में काम करते हैं और उनकी बहन, जो पहले कोच्चि में एक निजी फर्म में लेखाकार के रूप में कार्यरत थीं, ने लॉकडाउन के दौरान अपनी नौकरी खो दी। बता दें कि भले ही विजयन को 12 करोड़ रु का इनाम मिला है। मगर उन्हें ये पूरा पैसा नहीं मिलेगा। विजेता राशि में से एजेंसी कमीशन के रूप में 10 प्रतिशत काटेगी, जबकि बचे हुए पैसे में से 30 फीसदी टैक्स काटा जाएदा। आखिर में उनके हाथ में 7.56 करोड़ रु आएंगे।
लॉटरी जीतने पर लगा तगड़ा झटका
विजयन जैसे किसी भी शख्स को अचानक इतना बड़ा इनाम जीतने पर झटका लग सकता है। विजयन कहते हैं कि मुझे झटके से बाहर आने में घंटों लग गए जब मैंने देखा कि मेरे टिकट ने पहला पुरस्कार जीता है। मैं रात को सो भी नहीं पाया। नतीजे के बारे में जानने के बाद मैंने सीधे अपने परिवार को इडुक्की में वापस बुलाया। लेकिन यहां तक कि परिवार को यह विश्वास करने में थोड़ा समय लगा कि मैंने वास्तव में 12 करोड़ रुपये जीते हैं। इससे पहले उन्होंने 5000 रु का इनाम जीता था।
घर की हालत है जर्जर
विजयन का परिवार कथित तौर पर अपने 55 साल पुराने घर की मरम्मत के लिए सरकारी सहायता प्राप्त करने की कोशिश कर रहा था, जो जर्जर है। हालांकि उन्होंने लाइफ मिशन प्रोजेक्ट के तहत सहायता के लिए आवेदन किया, लेकिन कथित तौर पर उन्हें मदद नहीं मिली। उनका घर कटप्पाना के थोवाला में एक पहाड़ी पर स्थित है, जो पानी की कमी के गंभीर मुद्दे वाला क्षेत्र है। पीने के पानी का कोई स्रोत नहीं होने से परिवार को घर के कामों के लिए भी पानी खरीदना पड़ता है।
क्या करेंगे इस पैसे का
विजयन के पास पैसे से करने के लिए बहुत से काम हैं। मगर वे कहते हैं कि वे अभी तक कुछ भी योजना नहीं बना रहे हैं, जब तक कि उसे वास्तव में पैसा हाथ में नहीं आता। इसके अलावा उन्होंने इतनी मोटी रकम जीतने के बावजूद भी काम न रोकने का फैसला लिया है।
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