कमर तोड़ झटका : 17 साल के हाई लेवल पर पहुंची थोक महंगाई, 15 फीसदी का आंकड़ा पार
नई दिल्ली, मई 17। अप्रैल के महीने में थोक मुद्रास्फीति भारत में बढ़ कर 15.08 प्रतिशत हो गई, जो कम से कम 17 वर्षों में सबसे अधिक है। इस बात का खुलासा सरकार के नवीनतम आंकड़ों से हुआ है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि मुद्रास्फीति में वृद्धि मुख्य रूप से कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, गेहूं, फलों और सब्जियों, बेसिक मेटल्स और रासायनिक उत्पादों जैसे खाद्य पदार्थों की बढ़ती कीमतों के कारण हुई है। डब्लूपीआई (थोक मूल्य सूचकांक) मुद्रास्फीति, जो कम से कम अप्रैल 2005 के बाद से सबसे अधिक है, विश्लेषकों की अपेक्षा 14.48 प्रतिशत से अधिक है। डब्लूपीआई रीडिंग के लिए यह लगातार 13वां महीना ऐसा है जिसमें थोक महंगाई दोहरे अंकों में रही। इससे पहले मार्च में डब्लूपीआई मुद्रास्फीति 14.55 फीसदी थी।
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सब्जियां हुई महंगी
आंकड़ों से पता चलता है कि अप्रैल में खाद्य पदार्थ सेगमेंट में 8.35 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। इससे पहले के महीने में यह 8.06 फीसदी थी। इस वृद्धि के लिए सब्जियों की कीमतों में वृद्धि को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। आंकड़ों से पता चलता है कि मार्च में 19.88 प्रतिशत की वृद्धि के मुकाबले सब्जियों की कीमतें अप्रैल में 23.24 प्रतिशत बढ़ीं। आलू के दाम 19.84 फीसदी चढ़े जबकि प्याज के दाम (-)4.02 फीसदी फिसले।
फलों की कीमत
फलों की कीमतों में पिछले महीने मार्च में 10.62 प्रतिशत से 10.89 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जबकि गेहूं की कीमतें एक महीने पहले 14.04 प्रतिशत से घट कर 10.70 प्रतिशत हो गईं। अंडे, मांस और मछली की कीमतें अप्रैल में एक महीने पहले 9.42 प्रतिशत से घट कर 4.50 प्रतिशत रह गईं और मार्च में 8.12 प्रतिशत की तुलना में पिछले महीने अनाज 7.80 प्रतिशत महंगा हो गया।
ईंधन की कीमतें
ईंधन और बिजली सेगमेंट मार्च में 34.52 प्रतिशत से पिछले महीने बढ़ कर 38.66 प्रतिशत हो गया। पेट्रोल की कीमत में 60.63 प्रतिशत, एचएसडी (हाई-स्पीड डीजल) में 66.14 प्रतिशत और एलपीजी की कीमतों में 38.48 प्रतिशत की वृद्धि हुई। मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्ट सेगमेंट अप्रैल में महंगाई 10.85 प्रतिशत बढ़ी, जो एक महीने पहले 10.71 प्रतिशत थी। पिछले सप्ताह जारी अलग आंकड़ों में, देश की खुदरा मुद्रास्फीति, जिसे उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) द्वारा मापा जाता है, अप्रैल के महीने में बढ़कर 8 साल के उच्च स्तर 7.79 प्रतिशत पर पहुंच गई।