Share Market : निवेशक हुए बर्बाद, एक दिन में डूबे 6.52 लाख करोड़ रु
नई दिल्ली, सितंबर 26। आईटी को छोड़कर सभी क्षेत्रों में बिकवाली के बीच भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स 26 सितंबर को लगातार चौथे सत्र में शेयर बाजार बंद हुआ। निफ्टी 17,000 के करीब बंद हुआ। क्लोज पर सेंसेक्स 953.70 अंक या 1.64% की गिरावट के साथ 57,145.22 पर और निफ्टी 311 अंक या 1.79% की गिरावट के साथ 17,016.30 पर बंद हुआ। आज लगभग 630 शेयरों में तेजी आई है, 2860 शेयरों में गिरावट आई है और 120 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। टाटा मोटर्स, अडानी पोर्ट्स, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, मारुति सुजुकी और आयशर मोटर्स निफ्टी के प्रमुख गिरने वाले शेयरों में से रहे। वहीं तेजी वाले शेयरों में एचसीएल टेक्नोलॉजीज, इंफोसिस, एशियन पेंट्स, डिविस लैब्स और अल्ट्राटेक सीमेंट शामिल हैं। आज आई गिरावट ने निवेशकों को बर्बाद कर दिया। उनकी 6.5 लाख करोड़ रु से अधिक संपत्ति एक ही दिन में स्वाहा हो गयी।
कमाई का मौका : Mutual Fund में बिना निवेश के बनेगा पैसा, आ रहा तगड़ा मौका
कितना हुआ नुकसान
सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) को छोड़कर अन्य सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में 2-3 फीसदी की गिरावट आई है। बता दें कि बीते शुक्रवार को बाजार बंद होने पर बीएसई पर लिस्टेड सभी कंपनियों की मार्केट कैपिटल 2,76,64,566.79 करोड़ रु थी, जो आज बाजार बंद होने पर 2,70,12,097.67 करोड़ रु रह गयी। यानी एक दिन में निवेशकों की संपत्ति 6,52,469.12 करोड़ रु घट गयी।
रुपया भी टूटा
भारतीय रुपया ताजा रिकॉर्ड निचले स्तर (81.62) पर बंद हुआ। 81.66 के इंट्राडे लो को छूने के बाद, यह 63 पैसे गिर कर 81.62 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो पिछले कारोबारी दिन 80.99 पर बंद हुआ था।
शुक्रवार को कैसा रहा था बाजार
शुक्रवार को भी शेयर बाजार में गिरावट के साथ क्लोजिंग हुई थी। तब सेंसेक्स करीब 1020.80 अंक की गिरावट के साथ 58098.92 अंक के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी 302.50 अंक की गिरावट के साथ 17327.30 अंक के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं बीएसई पर उस दिन कुल 3,587 कंपिनयों में ट्रेडिंग हुई थी, जिनमें से करीब 1,002 शेयर तेजी और 2,472 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए थे। 113 कंपनियों के शेयर के दामों में कोई अंतर नहीं आया था। वहीं उस दिन 135 स्टॉक 52 हफ्ते के ऊपरी स्तर पर बंद हुए थे। इसके अलावा 36 स्टॉक अपने 52 हफ्ते के निचले स्तर पर बंद हुए थे।