Rupee-Rouble Trade : रूस के पीएससीबी ने यस बैंक में खोला खाता, जानिए डिटेल
नई दिल्ली, सितंबर 19। यस बैंक और रूस के पीटर्सबर्ग सोशल कमर्शियल बैंक (पीएससीबी) ने रुपया-रूबल द्विपक्षीय ट्रेड को सुविधाजनक बनाने की योजना बनाई है। ये योजना रूस पर पश्चिमी प्रतिबंधों के बीच मास्को संस्थाओं के साथ बिना रुके सीमा पार व्यापार सुनिश्चित करेगी। साथ ही इससे अमेरिकी डॉलर में ट्रेड से बचा जाएगा। हालाँकि, पीएससीबी पश्चिम की उन बैंकों की लिस्ट में शामिल नहीं है, जिन पर प्रतिबंध हैं। इसका एक कारण है।
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कैसे बच पाया पीएससीबी
रूसी बैंक पीएससीबी पश्चिमी देशों के प्रतिबंध से इसलिए बच पाया क्योंकि यूरोप के पड़ोसी देशों और अन्य विकसित अर्थव्यवस्थाओं में इसकी उपस्थिति बहुत कम है। इसी कारण ये पश्चिम के स्कैनर से बच गया। अब इसने यस बैंक में एक रुपया खाता खोला है। इस समय लगभग तीन दर्जन रूसी कंपनियां नई दिल्ली के साथ व्यापार के लिए भुगतान का निपटान कर रही हैं।
आरबीआई जारी करेगा एफएक्यू
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) रुपये के खातों से संबंधित स्टैंडर्ड ऑपरेशनल प्रोसीजर्स पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (एफएक्यू) जारी कर सकता है। पीएससीबी के फाउंडर और चेयरमैन व्लादिमीर एल प्रिबिटकिन के मुताबिक बैंक ने यस बैंक में एक रुपया-रूबल अकाउंट खोला है। वे वर्तमान में इसके माध्यम से लेन-देन कर रहे हैं क्योंकि वे भारत के साथ व्यापार में लगी रूस की करीब तीन दर्जन रूसी कंपनियों की ओर से रुपये-रूबल में भुगतान करते हैं।
कंवर्ट किया जाएगा खाता
ये रूसी बैंक पिछले कुछ महीनों में रूस-यूक्रेन सैन्य संघर्ष के बाद किसी भारतीय बैंक में रुपया खाता खोलने वाला संभवत: पहला बैंक है। केंद्रीय बैंक द्वारा अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों के स्पष्टीकरण के बाद रुपया खाते को बाद के चरण में एक विशेष रुपया खाते में कंवर्ट किए जाने की संभावना है।
यस बैंक के पास और भी आवेदन
अनुमान है कि यस बैंक को अन्य रूसी बैंकों, जैसे एमएफके बैंक, से तीन-चार और आवेदन प्राप्त हुए हैं। भारतीय बैंकों को लगभग दो दर्जन ऐसे आवेदन मिले हैं, जिनमें से अधिकांश अब मंजूरी के लिए केंद्रीय बैंक के पास पड़े हैं। भारतीय बैंक संघ (आईबीए) रूस-भारत व्यापार के साथ इस तरह के खातों के लिए केंद्र बिंदु बनने के साथ पूरी प्रक्रिया को सुविधाजनक बना रहा है।
बैंकों की सरकार के साथ बैठक
एक हफ्ते से अधिक समय पहले, भारतीय बैंकों ने ऑपरेशनल दिक्कतों को ठीक करने के प्रयास में सरकार और आरबीआई के साथ बैठकें कीं। रूसी प्रतिनिधिमंडल ने भी भारतीय सांसदों और नियामकों से मुलाकात की। मैसेजों की ट्रांसमिटिंग, लेटर ऑफ क्रेडिट खोलना, रुपये और रूबल के बीच कॉमन रेफ्रेंस रेट, लीगल फ्रेमवर्क, और रुपये का प्रत्यावर्तन अन्य मामलों के बीच चर्चा में रहे। अधिकांश भारतीय ऋणदाताओं ने उन सभी आवेदनों को आरबीआई को भेज दिया है, जिन्होंने अभी तक अनुमोदन पर निर्णय नहीं लिया है। रुपया वोस्ट्रो खाते के लिए एक 'विशेष' टैग भारत सरकार की प्रतिभूतियों में सरप्लस राशि के उपयोग की अनुमति देता है। बात करें रुपये और रूबल के एक्सचेंज रेट की तो इस समय 1 रूबल की कीमत 1.33 रुपये के बराबर है। यानी रूबल के मुकाबले रुपया थोड़ा कमजोर है।