RIL : मुकेश अंबानी की सैलेरी रही Zero, जबकि दूसरों ने कमाए करोड़ों रु
नई दिल्ली, जून 3। एशिया के सबसे अमीर आदमी और रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने 31 मार्च को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष 2020-21 में अपनी दिग्गज कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) से कोई सैलेरी नहीं ली। कोविड-19 महामारी के कारण व्यापार और अर्थव्यवस्था प्रभावित हुए हैं। इसी को देखते हुए मुकेश अंबानी ने स्वेच्छा से सैलेरी न लेने का फैसला लिया। कंपनी की तरफ से जारी की गयी लेटेस्ट रिपोर्ट में बताया गया है कि वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए मुकेश अंबानी का पारिश्रमिक वेतन "शून्य" रहा।
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कितनी है मुकेश अंबानी की सैलेरी
पिछले वित्तीय वर्ष में मुकेश अंबानी ने कंपनी से 15 करोड़ रुपये का वेतन हासिल किया था। उनकी यह सालाना सैलेरी पिछले 11 वर्षों से एक समान है। अंबानी ने 2008-09 से वेतन, अनुलाभ, भत्ते और कमीशन को एक साथ 15 करोड़ रुपये रखा है, जो सालाना 24 करोड़ रुपये से अधिक होते हैं। अंबानी के 2020-21 में सैलेरी न लेने का ऐलान कंपनी ने पिछले साल ही कर दिया था।
कजिन्स को कितनी मिली सैलेरी
अंबानी के कजिन्स निखिल और हिताल मेसवानी की सैलेरी 24 करोड़ रुपये पर बरकरार रही, लेकिन इस बार इसमें 17.28 करोड़ रुपये का कमीशन शामिल रहा। वहीं दो साल के लिए प्रदर्शन से जुड़े इंसेंटिव मिलने के बाद कंपनी के कार्यकारी निदेशक पीएमएस प्रसाद और पवन कुमार कपिल की सैलेरी में बढ़ोतरी हुई। प्रसाद ने 2020-21 में 11.99 करोड़ रुपये की सैलेरी, जो पिछले वर्ष में 11.15 करोड़ रुपये थी। कपिल को 2019-20 में 4.04 करोड़ रुपये के मुकाबले बीते वित्त वर्ष में 4.24 करोड़ रुपये मिले।
नीता अंबानी को कितने पैसे मिले
मुकेश अंबानी की पत्नी नीता, जो कंपनी के बोर्ड में गैर-कार्यकारी निदेशक हैं, को वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 8 लाख रुपये की सिटिंग फी और 1.65 करोड़ रुपये की कमीशन मिली। अंबानी के अलावा, आरआईएल बोर्ड में मेसवानी भाई, प्रसाद और कपिल होलटाइम डायरेक्टर हैं।
ये हैं नॉन एक्जेक्यूटिव डायरेक्टर
नीता अंबानी के अलावा, अन्य गैर-कार्यकारी निदेशकों (नॉन एक्जेक्यूटिव डायरेक्टर) में योगेंद्र पी त्रिवेदी, दीपक सी जैन, रघुनाथ ए माशेलकर, आदिल जैनुलभाई, रमिंदर सिंह गुजराल, शुमीत बनर्जी, एसबीआई की पूर्व अध्यक्ष अरुंधति भट्टाचार्य और पूर्व सीवीसी के वी चौधरी शामिल हैं। सभी स्वतंत्र निदेशकों को साल के लिए 1.65 करोड़ रुपये की कमीशन और 36 लाख रुपये तक सिटिंग फी मिली।
कर्मचारियों के लिए ऐलान
रिलायंस के अनुसार कंपनी के जो कर्मचारी कोरोना के कारण जान गंवाएंगे उनके परिवारों की आर्थिक मदद की जाएगी। कंपनी मरने वाले कर्मचारी के अंतिम वेतन के बराबर पैसा हर महीने उसके नॉमिनी को देगी। ये पैसा 5 साल तक दिया जाएगा। इतना ही नहीं रिलायंस कॉलेज से ग्रेजुएट होने तक उनके बच्चों को एजुकेशन के मामले में भी सपोर्ट करेगी। कर्मचारियों के सभी बच्चों के ग्रेजुएट होने तक ट्यूशन और होस्टल के रहने के खर्च के साथ साथ किताबों का खर्च भी वहन करेगी। मृत कर्मचारी की पत्नी, माता-पिता और बच्चों के ग्रेजुएट होने तक अस्पताल में भर्ती होने के लिए कंपनी 100 प्रतिशत बीमा प्रीमियम शुल्क भी वहन करेगी। कोविड-19 से प्रभावित सभी कर्मचारी या उनके परिवार या परिवार के सदस्य इससे प्रभावित हुए हैं, तो उन्हें वे शारीरिक और भावनात्मक दोनों तरह से ठीक होने की पूरी अवधि के लिए स्पेशल कोरोना अवकाश का लाभ मिलेगा।