राहत : जल्द घट सकते हैं Petrol-Diesel और गैस सिलेंडर के दाम
नयी दिल्ली। आम जनता पर महंगाई की मार लगातार पड़ रही है। जो तीन चीजें लोगों को सबसे अधिक परेशान कर रही हैं उनमें पेट्रोल, डीजल और घरेलू गैस सिलेंडर शामिल हैं। स्थिति ये है कि आज यानी 1 मार्च को एक बार फिर से घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी की गयी है। गैस सिलेंडर 25 रु और महंगा होकर 819 रु का हो गया है। ये एक हफ्ते में दूसरी बढ़ोतरी है। इससे पहले गैस सिलेंडर के दाम 769 रु से बढ़ा कर 794 रु कर दिए गए थे। पेट्रोल और डीजल के रेट दिल्ली में इस समय क्रमश: 91.17 रु और 81.47 रु हैं। देश के कुछ हिस्सों में पेट्रोल 100 रु पर है। मगर अब जनता को जल्दी ही इन तीनों चीजों पर राहत मिल सकती है। पेट्रोल, डीजल और गैस सिलेंडर के दाम बहुत जल्द कम किए जा सकते हैं।
कैसे घटेंगे पेट्रोल, डीजल और गैस सिलेंडर के दाम
केंद्रीय पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के अनुसार उन्होंने पेट्रोलियम उत्पादक देशों में अपने समकक्षों से तेल उत्पादन बढ़ाने के लिए कहा है ताकि भारतीय उपभोक्ताओं को ईंधन की बढ़ती कीमतों से राहत मिल सके। यदि पेट्रोलियम उत्पादक देश उत्पादन बढ़ाते हैं तो इससे ईंधन सस्ता हो सकता है। बता दें कि अकसर पेट्रोलियम उत्पादक देश कच्चे तेल की कीमतें बढ़ाने के लिए उत्पादन कम कर देते हैं। सऊदी अरब और रूस के अलावा तेल संगठन ओपेक में शामिल अन्य देश ऐसा करते रहे हैं।
पिछले साल से घट रहा उत्पादन
केंद्रीय मंत्री के अनुसार पिछले साल अप्रैल में प्रमुख तेल उत्पादक देशों ने उत्पादन में कटौती करने का फैसला किया। ऐसा उन्होंने कोविड-19 महामारी के कारण मांग में भारी गिरावट को देखते हुए किया था। ये देश अधिक लाभ कमाने के लिए ईंधन का कम उत्पादन कर रहे हैं। अभी भी कम ईंधन का उत्पादन किया जा रहा है, जबकि ईंधन की मांग कोरोना से पहले के स्तर पर पहुंच गयी है। इसलिए देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ गई हैं।
ये है सरकार की तैयारी
प्रधान के अनुसार वे प्रमुख तेल उत्पादक देशों के अपने समकक्षों (पेट्रोलियम मंत्रियों) के साथ संपर्क में हैं और उनसे बात कर रहे हैं। उन्होंने उनसे ईंधन उत्पादन बढ़ाने के लिए कहा है ताकि भारत में तेल की कीमतें कम हो सकें। भारत कई देशों से ईंधन खरीदता है। सबसे बड़ा तेल खरीदार भारत उत्पादन बढ़ाने के लिए रूस, कतर और कुवैत जैसे तेल उत्पादक देशों पर दबाव बना रहा है। जब उत्पादन बढ़ेगा, तो प्रति बैरल तेल की कीमत कम हो जाएगी और फिर ईंधन की खुदरा कीमत भी घट जाएगी।
कब तक घट सकते हैं दाम
डीजल, पेट्रोल और गैस की कीमतों में कमी कब आएगी इस पर प्रधान ने कहा कि कोई भी इसका अनुमान नहीं लगा सकता। लेकिन गैस, डीजल और पेट्रोल की कीमतें मार्च या अप्रैल तक कम हो सकती हैं। पिछले महीने ईंधन की कीमतों में बहुत तेजी रही। तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतें 16 बार बढ़ाईं। ईंधन की कीमतों में अंतिम बार बदलाव बीते शनिवार को हुआ था।
सिलेंडर के बढ़ते दाम
दिसंबर की शुरुआत में 14.2 किलो वाले सिलेंडर की कीमत 594 रु थी, जो अब बढ़ कर 819 रु हो गयी है। आज ही सिलेंडर की कीमतों में 25 रु की बढ़ोतरी की गयी है।
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