Reliance : ऐसा करने वाली बनी देश की पहली कंपनी, जानिए नया कारनामा
नयी दिल्ली। मार्केट कैपिटल के लिहाज से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक कारनामा कर दिया है। कंपनी की मार्केट कैपिटल 11.5 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर गई है। ये कारनामा करने वाली रिलायंस देश की पहली कंपनी बन गई है। आज यानी सोमवार के कारोबार में बीएसई पर रिलायंस का शेयर अपने आज तक के सबसे ऊंचे स्तर तक भी पहुंचा। इससे पहले पिछले महीने रिलायंस 11 लाख करोड़ रुपये की मार्केट कैपिटल वाली भी देश की पहली कंपनी बनी थी। आइये जानते हैं कैसा रहा है रिलायंस के शेयर का प्रदर्शन।
3.5 फीसदी से ज्यादा मजबूती
आज रिलायंस के शेयर में 3.5 फीसदी से ज्यादा की मजबूती आई। सुबह रिलायंस का शेयर 1787.50 रुपये के पिछले बंद स्तर के मुकाबले मजबूती के साथ 1801.15 रुपये के भाव पर खुला। कारोबार के दौरान रिलायंस का शेयर 1858 रुपये के ऑल-टाइम हाई तक चढ़ा और आखिर में 63.90 रुपये या 3.57 फीसदी की मजबूती के साथ 1851.40 रुपये के भाव पर बंद हुआ। इस भाव पर रिलायंस की मार्केट कैपिटल 11,73,677.35 करोड़ रुपये है। बता दें कि पिछले 52 हफ्तों (करीब 1 साल) में रिलायंस के शेयर का सबसे निचला स्तर 867.82 रुपये रहा है।
जियो प्लेटफॉर्म्स के लिए की गई डील का कमाल
पिछले कुछ समय में रिलायंस के शेयर में आई तेजी के पीछे जियो प्लेटफॉर्म्स के लिए एक के बाद एक की गई डील हैं। जियो प्लेटफॉर्म्स रिलायंस की डिजिटल इकाई है। सबसे ताजा डील पिछले सप्ताह इंटेल कार्पोरेशन के साथ की गई है। अमेरिकी कंपनी इंटेल जियो प्लेटफॉर्म्स में 0.39 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 1,894.5 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। रिलायंस जियो प्लेटफॉर्म्स के लिए दुनिया के बड़े इनवेस्टरों से कुल 25.09 फीसदी हिस्सेदारी के लिए कुल 117,588.45 करोड़ रुपये की डील कर चुकी है। इंटेल के साथ इसके लिए की गई ये 12वीं डील है। इससे पहले फेसबुक, सिल्वर लेक, विस्टा इक्विटी, जनरल अटलांटिक, केकेआर, मुबादला, आबूधाबी इन्वेस्टमेंट, टीपीजी, एल केटरटन, पीआईएफ और इंटेल कैपिटल के साथ डील की गई हैं।
कर्ज से आजाद हुई रिलायंस
पिछले महीने रिलायंस कर्जमुक्त भी हो गई। इसके पीछे जियो प्लेटफॉर्म्स के लिए की गई डील और 50000 करोड़ रु से अधिक का एक सफल राइट्स इश्यू है। रिलायंस कंपनी के मालिक एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी ने कंपनी के निवेशकों से रिलायंस को 31 मार्च 2021 तक कर्ज मुक्त बनाने का वादा किया था। मगर उन्होंने 9 महीने पहले ही ये कारनामा कर दिया। रिलायंस के ऊपर 31 मार्च 2020 तक 161,035 करोड़ रुपये का कर्ज था।
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