Recurring Deposit : SIP और एफडी का मिश्रण है ये निवेश ऑप्शन, जानिए इसके बारे में सबकुछ
Recurring Deposit : एक रेकरिंग डिपॉजिट, जिसे आरडी के शॉर्ट नाम से जाना जाता है, एक यूनीक सावधि जमा (एफडी) है। ये एक खास निवेश ऑप्शन है जो लोगों को नियमित पैसा जमा करने और उचित रिटर्न प्राप्त करने की सुविधा देता है। निवेशक आरडी खाता रख कर बचत के रूप में गारंटीड रिटर्न का आश्वासन प्राप्त कर सकता है, जिसका भुगतान मैच्योरिटी अवधि पर खाते में जमा राशि और उस पर मिले ब्याज के साथ किया जाएगा। यहां आपको हम आरडी के बारे में वो तमाम बाते बताएंगे, जिनका आपके लिए जानना जरूरी है।
एसआईपी और एफडी का मिक्स
आरडी, एसआईपी और एफडी का मिक्स है। म्यूचुअल फंड एसआईपी में आप हर महीने थोड़ा-थोड़ा पैसा जमा करते हैं। यही काम आप आरडी में कर सकते हैं। वहीं एफडी में बिना जोखिम आपको जमा राशि पर निश्चित ब्याज मिलता है। बिल्कुल ऐसा ही आरडी में होता है।
आरडी अकाउंट की विशेषताएं
- लोगों को रेगुलर रूप से बचत करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है
- न्यूनतम जमा राशि अलग अलग बैंक में भिन्न होती है, लेकिन आप न्यूनतम 1000 राशि से शुरू कर सकते हैं
- इसकी जमा अवधि न्यूनतम छह माह और अधिकतम दस वर्ष होती है
- इस पर ब्याज दर बैंक की सावधि जमा के समान होती है
- समय से पहले पैसा नहीं निकाला जा सकता
- बैंक के आधार पर, आप कुछ शर्तों को पूरा करने पर मैच्योरिटी तिथि से पहले अपना खाता बंद कर सकते हैं
कौन खोल सकता है आरडी खाता
- कोई भी आरडी खाता खोल सकता है
- दस वर्ष से अधिक आयु का कोई भी नाबालिग आरडी खाता खोलने के लिए पात्र है
- किसी भी प्रकार का सरकारी संगठन
आवश्यक दस्तावेज
- आवेदन पत्र : उस बैंक से लें जहां आप आरडी खाता खोलना चाहते हैं
- पासपोर्ट आकार की फोटो
- पहचान और पते का प्रूफ
- यदि बैंक कहे तो आपको केवाईसी दस्तावेज प्रदान करने होंगे
आरडी खाता ऑनलाइन कैसे खोलें
ऑनलाइन आरडी खाता खोलने के लिए नेट बैंकिंग में लॉग इन करें। नया आरडी खाता खोलने का विकल्प चुनें। कार्यकाल और किस्त राशि जैसी डिटेल दर्ज करें। अब अपने बचत खाते को अपने आरडी खाते से लिंक करें।