RBI ने एक और Bank पर जड़ा ताला, जानिए जमा पैसों का क्या होगा
नई दिल्ली, अप्रैल 23। रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने आर्थिक संकट से घिरे भाग्योदय फ्रेंड्स अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड (अमरावती) के लाइसेंस को रद कर दिया है। आरबीआई के अनुसार भाग्योदय फ्रेंड्स अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक के पास पर्याप्त पूंजी नहीं बची है। इसके चलते यह बैंक अपने मौजूदा जमाकर्ताओं को पूरी जमा राशि लौटाने में सक्षम नहीं रह गया है। ऐसे में हजारों खाताधारकों को अपनी जमा की चिंता सताने लगी है। आइये जानते हैं कि यह पूरा मामला क्या है।
Bank में जमा है पैसा, जो जान लें वह कितना है सुरक्षित
आरबीआई ने बैंकिंग सेवाएं बंद कीं
भाग्योदय फ्रेंड्स अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक का लाइसेंस रद करने के बाद आरबीआई ने सहकारी समितियों और महाराष्ट्र के सहकारी समितियों के आयुक्तों से भी अनुरोध किया गया है कि इस बैंक को बंद करने के लिए एक आदेश जारी करें। आरबीआई ने कहा कि बैंक आवश्यकताओं का पालन करने में विफल रहा है।
क्या होगा जमाकर्ताओं के पैसे का
इस बैंक में ज्यादातर खाताधारक छोटी जमा वाले थे। आंकड़ों के अनुसार भाग्योदय फ्रेंड्स अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक के करीब 98 फीसदी से अधिक जमाकर्ता का पैसा 5 लाख रुपये से कम है। ऐसे में इन सभी जमाकर्ताओं को आरबीआई की डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (डीआईसीजीसी) स्कीम के तहत पूरा पैसा मिल जाएगा। डीआईसीजीसी स्कीम के तहत देश के किसी भी बैंक के बंद होने पर जमाकर्ताओं का अधिकतम 5 लाख रुपये गारंटीड रहता है।
संबंध फिनसर्व भी आरबीआई के रडार पर
घोटाले के आरोपों का सामना कर रही माइक्रो फाइनेंस कंपनी संबंध फिनसर्व प्राइवेट लिमिटेड के लाइसेंस कैंसिल होने का खतरा कायम है। आरबीआई ने संबंध फिनसर्व का लाइसेंस रद्द करने से पहले माइक्रो फाइनेंस कंपनी को कारण बताओ नोटिस दिया है। आरबीआई ने संबंध फिनसर्व से पूछा है कि कंपनी के नेटवर्थ में इतनी बड़ी गिरावट आने के बाद क्यों न उसका लाइसेंस रद्द कर दिया जाए। आरबीआई आजकल काफी सख्ती से काम कर रहा है। अगर बैंक या वित्तीय कंपनियां जरा भी कोताही दिखा रहीं तो उन पर सख्त कार्रवाई हो रही है। स्थिति तो यह है कि बड़े बड़े बैंक और वित्तीय संस्थानों पर आरबीई भारी भरकम पेनाल्टी लगा चुका है।