Rakesh Jhunjhunwala : वो 10 बातें जो उनको अलग बना देती थीं
नई दिल्ली, अगस्त 14। 'इंडियाज वॉरेन बफेट' के नाम से मशहूर भारतीय अरबपति, शेयर बाजार के निवेशक राकेश झुनझुनवाला का रविवार को मुंबई में निधन हो गया। अस्पताल के सूत्रों के अनुसार, उनकी तबीयत पिछले कुछ दिनों से ठीक नहीं चल रही थी जिसके कारण आज मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली।
5 जुलाई, 1960 को एक राजस्थानी परिवार में जन्मे झुनझुनवाला बॉम्बे (अब मुंबई) में पले-बढ़े। यहा उनके पिता आयकर आयुक्त के रूप में काम करते थे।
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सीए की की थी पढ़ाई
राकेश झुनझुनवाला चार्टेर्ड अकाउंटेड की पढ़ाई की थी। आज मुंबई में उन्होनें 62 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। राकेश झुनझुनवाला के परिवार में उनकी पत्नी और दो बच्चे हैं।
इसी महीने एयरलाइन की थी शुरूआत
भारतीय शेयर मार्केट के बिग बुल ने इसी महीने एयरलाइन सेक्टर में अपने नए वेंचर की शुरूआत की थी। उनकी एयरलाइन कंपनी का नाम अकासा एयर है। इसी महीने 7 अगस्त को कंपनी ने अपनी पहली उड़ान की शुरुआत की थी।
1960 में हुआ था जन्म
राकेश झुनझुनवााला का जन्म 5 जुलाई 1960 को हुआ था। वो मुंबई में ही पले बढ़े थे। मुंबई के सिंडेनहम कॉलेज से ग्रेजुएशन की थी। ग्रेजुएशन के बाद राकेश ने चार्टेड एकाउंटेड की पढ़ाई की।
RARE इंटरप्राइजेज
राकेश झुनझुनवाला एक प्राइवेट ट्रेडिंग फर्म चलाते थे। उनके ट्रेडिंग फर्म का नाम RARE है। कंपनी का नाम उन्होंने अपने नाम के पहले दो अक्षर और अपनी पत्नी के नाम के पहले दो अक्षर को मिला के रखा था। उनकी पत्नी भी स्टॉक मार्केट में इनवेस्ट करती हैं।
पिता थे इनकम टैक्स ऑफिसर
राकेश झुनझुनवाला के पिता एक इनकम टैक्स ऑफिसर थे। राकेश ने कॉलेज के दिनों से ही शेयर मार्केट में इनवेस्ट करना शुरू कर दिया था। उन्होंने 5 रुपए से 1985 में निवेश करना शुरू किया था। 1985 में बीएसई की कीमत 150 थी। आज बीएसई 60,000 से ऊपर ट्रेड कर रहा है।
इंडिया का वारेन वफेट कहा जाता था
राकेश को अक्सर भारतीय शेयर बाजार का वारेन बफेट कहा जाता था। उन्हें लोग बिग बुल के नाम से भी संबोधित करते हैं। अभी झुनझुनवाला की नेट वर्थ 46 हजार करोड़ रुपए के आसपास है। फोब्स के अनुसार राकेश भारत के 48 नंबर के सबसे अमीर व्यक्ति थे।
टाटा टी ने बनाया अमीर
राकेश झुनझुनवाला को सबसे बड़ा प्रोफिट टाटा टी ने दिया था। राकेश ने 1986 में टाटा टी के 5 हजार शेयर 43 रुपए प्रति शेयर के दाम से खरीदे थे। टाटा टी के शेयर तीन महीने में ही 143 रुपए का हो गया था। बिग बुल ने टाटा टी से 20 से 25 लाख रुपए की कमाई की।
रिस्क लेने से डर नहीं
आकासा एयर को शुरू करने का निर्णय उन्होंने तब लिया था, जब सभी एयरलाइन कंपनिया बड़े नुकसान में चल रही थी।