बही उल्टी गंगा : चीन को रेलवे ने दिया बड़ा आर्डर, जानिए क्यों
नई दिल्ली, जुलाई 22। हॉन्गकॉन्ग की कंपनी तैजहॉन्ग (टीजेड) जिसका सीधा सम्बंध चीनी सरकार से है। टीजेड कंपनी को भारतीय रेलवे ने एक्सल की सप्लाई के लिए 245 करोड़ रुपए का टेंडर दिया है। टीजेड कंपनी रेलवे को माल ढुलाई के लिए उपयोग किए जाने वाले वैगनों के लिए 30000 एक्सल की आपूर्ति करेगी। इससे पहले रेलवे ने पहियों की आपूर्ति के लिए टीजेड को टेंडर दिया था।
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विदेशी कंपनी को एक्सल के ऑर्डर से थोड़ी हैरानी
इस सेक्टर के एक एक्सपर्ट ने कहा, 'भारत के पास पहिए बनाने की पर्याप्त क्षमता नहीं है, मगर एक्सल मैन्युफैक्चरिंग एक ऐसी चीज है, जिसे लेकर इंडिया काफी कंफर्टेबल है। इसलिए चीनी कंपनी को एक्सल का ऑर्डर देना थोड़ा हैरान करता है।' ऐसा हो सकता है कि भारतीय रेलवे ने इस वर्ष अधिक मांग की प्रत्याशा में देश के बाहर से एक्सल मंगवाने का फैसला किया।
एक्सल मैन्युफैक्चरिंग की फैक्ट्री चीन में होगी
ताइयुआन हेवी इंडस्ट्री रेलवे ट्रांजिट इक्विपमेंट कंपनी लिमिटेड में एक्सल की मैन्युफैक्चरिंग की जाएगी, टीजेड हॉन्गकॉन्ग इंटरनेशनल लिमिटेड ताइयुआन हेवी मशीनरी ग्रुप की इंटरनेशनल ट्रेडिंग आर्म है। कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, यह एक राज्य के स्वामित्व वाली एंटरप्राइज है और इसका चीनी सरकार से सीधा संबंध है।
भारतीय कंपनियों को 2020 से ऑर्डर मिल रहे
एक्सल की आपूर्ति के लिए अक्टूबर 2020 से सौरभ मेटल्स प्रा. लिमिटेड (भोपाल), मिश्र धातु निगम लिमिटेड (हैदराबाद), मेटल एंड स्टील फैक्ट्री (ईशापुर) और स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया जैसी घरेलू कंपनियों को टेंडर दिए गए हैं। आखिरी विदेशी कंपनी चीन की सीआरसीसी यांग्त्ज़ी टोंगलिंग कंपनी लिमिटेड थी। जिसे भारतीय रेलवे को 6000 एक्सल की आपूर्ति के लिए मई 2020 में ऑर्डर दिया गया था।
तीसरा टेंडर दिया गया है इस साल टीजेड को
नया एक्सल टेंडर करेंट फाइनेंशियल वर्ष में टीजेड को दिया गया यह तीसरा टेंडर है। इनमें एलएचबी कोचों के लिए 39000 पहियों की आपूर्ति का एक ऑर्डर है। अन्य टेंडर जो टीजेड को दिया गया है। वाग9 लोकोमोटिव के लिए 17500 पहियों और ट्रेन-18 या वंदे भारत ट्रेनों के लिए 8166 पहियों की आपूर्ति के लिए है।