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Maruti Suzuki की कारों में आई ये दिक्कत, कंपनी ने वापस मंगाईं 5002 गाड़ियां

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नई दिल्ली, सितंबर 17। अकसर कार कंपनियां अपनी कारों में गड़बड़ी के कारण उन्हें ग्राहकों से वापस मंगा लेती हैं। फिर उनमें जो दिक्कत होती है उसे फ्री में ठीक करती हैं। इसी कड़ी में देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी ने अपनी हजारों कारें वापस मंगाई हैं। यदि आपने हाल फिलहाल में मारुति की कोई नयी कार खरीदी है तो यह खबर आपके काम की है। हो सकता है कि आपकी कार में भी कोई गड़बड़ी हो और आपको कंपनी के पास कार वापस ले जानी पड़े। पूरी जानकारी के लिए खबर को अंत तक पढ़ें।

 

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सीट बेल्ट की खराबी

सीट बेल्ट की खराबी

मारुति सुजुकी ने सीट बेल्ट की संभावित खराबी को ठीक करने के लिए 5,002 सुपर कैरी वाहनों को वापस बुला लिया है। इन कारों को 4 मई, 2022 और 30 जुलाई, 2022 के बीच बनाया गया है। कंपनी ने कहा है कि को-ड्राइवर सीट की सीट बेल्ट बकल ब्रैकेट से जुड़े बोल्ट के निरीक्षण और टॉर्किंग के लिए इन गाड़ियों को वापस बुलाया जा रहा है।

बोल्ट टॉर्किंग में गड़बड़

बोल्ट टॉर्किंग में गड़बड़

मारुति ने संदेह जताया है कि बोल्ट टॉर्किंग में एक संभावित गड़बड़ है, जो किसी मामले में, लंबे समय में ढीला हो सकता है। मारुति ने यह कदम ऐसे समय पर उठाया है जब सरकार यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए नियामक उपायों सख्त बना रही है। यहां तक ​​कि अब पीछे की सीटों पर भी, सीट बेल्ट पहनने को कहा गया है।

टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष साइरस मिस्त्री
 

टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष साइरस मिस्त्री

इस महीने की शुरुआत में एक दुखद कार दुर्घटना में टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष साइरस मिस्त्री की हाल ही में मौत के बाद सुरक्षा को लेकर अधिक जोर दिया जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मिस्त्री पीछे की सीटों पर बैठे थे और उन्होंने सीट बेल्ट नहीं लगाई थी।

क्या कहा मारुति ने

क्या कहा मारुति ने

मारुति ने कहा है कि प्रभावित वाहन मालिकों से मारुति सुजुकी की तरफ से संपर्क किया जाएगा। निरीक्षण और मरम्मत का काम फ्री होगा। एलसीवी (लाइट कमर्शियल व्हीकल) के लॉन्च के बाद से सुपर कैरी के लिए यह तीसरा रिकॉल है। इससे पहले, 3 अक्टूबर, 2018 को, डीजल-इंजन वाले संस्करण की 640 इकाइयों को ईंधन पंप असेंबली मैटेरियल की संभावित गड़बड़ की जांच के लिए वापस बुलाया गया था। फिर दो महीने बाद, 26 दिसंबर, 2018 को, डीजल सुपर कैरी की 5,900 इकाइयों को वापस बुला लिया गया था। 5,002 इकाइयों के नये रिकॉल के साथ, मारुति सुजुकी ने इस साल अब तक 24,899 इकाइयों को वापस बुलाया है, जिसमें 6 अप्रैल को ईको वैन के पेट्रोल/सीएनजी वेरिएंट की 19,731 इकाइयां शामिल हैं। उनमें व्हील रिम साइज मार्किंग की जांच करने के लिए मंगाया था। वहीं 23 अगस्त को एयरबैग कंट्रोल यूनिट में खराबी की संभावना की जांच के लिए टूर एस सेडान की 166 इकाइयां मंगाई गयी थीं।

जुलाई 2012 से कुल कितनी कारें मंगाईं

जुलाई 2012 से कुल कितनी कारें मंगाईं

मारुति सुजुकी इंडिया ने जुलाई 2012 से, जब सियाम की स्वैच्छिक रिकॉल संहिता लागू हुई, अब तक 731,259 इकाइयां वापस मंगाईं। सुपर कैरी, जो भारतीय बाजार में मारुति सुजुकी का एकमात्र वाणिज्यिक वाहन है, ने वित्त वर्ष 2017 में लॉन्च होने के बाद से भारत में कुल 136,957 इकाइयां बेची हैं।

English summary

problem occurred in Maruti Suzuki cars the company recalled 5002 vehicles

Maruti has raised doubts that there is a possible glitch in the bolt torqueing which, in some case, may loosen in the long run. Maruti has taken this step at a time when the government is tightening regulatory measures to ensure the safety of passengers.
Story first published: Saturday, September 17, 2022, 18:54 [IST]
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