PNB का हाल : सड़ गए 42 लाख रुपये के नोट
नई दिल्ली, सितंबर 16। पैसा व्यक्ति के जीवन में कितनी अहमियत रखता है यह बात किसी से छुपी नहीं है। ऐसा माना जाता है कि पैसों के जरिए व्यक्ति खुद की सुरक्षा का भी बंदोबस्त करता है लेकिन खुद पैसों की सुरक्षा बैंक के हाथों में होती है परंतु बैंक पैसों को किस हद तक सुरक्षित रख पाते हैं इस पर अब सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। हाल ही में उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर के पांडू नगर की पंजाब नेशनल बैंक शाखा में रखी हुई करेंसी चेस्ट में 420000 रु के नोट पानी में गलकर पूरी तरीके से नष्ट हो गए हैं इस मामले के बाद से पूरी तरीके से आरबीआई में हड़कंप मचा हुआ है।
LIC : बच्चे की हर जरूरत होगी पूरी, जानिए बीमा पॉलिसी का नाम
3 महीने पहले रखी थी नोट
आपको बता दें कि तीन महीने पहले बैंक ने इन नोटों को एक बक्से में भरकर रखा था। तीन महीने के दौरान कहीं से बक्से में पानी चला गया। बैंककर्मियों ने चेकिंग के लिए बक्से में ऊपर के नोट तो देखे, लेकिन नीचे की ओर रखे नोटों को नहीं देखा गया। सूत्रों के मुताबिक बैंक की तिजोरी में जगह नहीं बची थी इसलिए कैश ज्यादा बढ़ने पर नोटों को बक्सों में रखा गया था। बारिश हुई तो बेसमेंट की दीवार में सीलन ज्यादा होने से बक्से में पानी आ गया। जिसकी वजह से 42 लाख रुपए बर्बाद हो गए।
आरबीआई ने किया निरिक्षण
खबर मिलने के बाद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की टीम बैंक का निरीक्षण करने पहुंची तब जाकर यह मामला पता चला। बात उपर के अधिकारियों तक पहूची तो जिसके लिए फिर एक और टीम आई। दोनों रिपोर्टों के बाद पंजाब नैशनल बैंक ने कार्यवाही करते हुए बड़े अधिकारियों ने पांडू नगर ब्रांच के 4 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। संस्पेंड अधिकारियों में वरिष्ठ प्रबंधक देवीशंकर, प्रबंधक आसाराम, चेस्ट ऑफिसर राकेश कुमार और वरिष्ठ प्रबंधक भास्कर कुमार भार्गव शामिल हैं. खबर के मुताबिक कि देवीशंकर ने 25 जुलाई को ही पांडू नगर ब्रांच में कामकाज संभाला था. जबकि नोट गलने की घटना उनके आने से पहले की है.
बैंक की तिजोरी में जगह नहीं बची थी
सूत्रों के मुताबिक बैंक की तिजोरी में जगह नहीं बची थी इसलिए कैश ज्यादा बढ़ने पर नोटों को बक्सों में रखा गया था। बारिश हुई तो बेसमेंट की दीवार में सीलन ज्यादा होने से बक्से में पानी आ गया। जिसकी वजह से 42 लाख रुपए बर्बाद हो गए।