PM Kisan : किसानों को मिला 9वीं किस्त का पैसा, फटाफट चेक करें बैलेंस
नई दिल्ली, अगस्त 9। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम किसान) योजना के तहत 9.75 करोड़ से अधिक किसानों को लगभग 19,500 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए हैं। ये पैसा पीएम किसान योजना की 9वीं किस्त के तहत जारी किया गया है, जो सीधा किसानों के बैंक खातों में पहुंचेगा। आपको बता दें कि पीएम किसान योजना के तहत पात्र लाभार्थी किसान परिवारों को 6,000 रुपये की सालाना वित्तीय मदद दी जाती है। ये पैसा 2000 रुपये की तीन समान किस्तों में दिया जाता है। हर चार महीनों में एक किस्त किसानों को दी जाती है। पीएमओ (प्रधानमंत्री कार्यालय) ने कहा कि आज 9.75 करोड़ से अधिक लाभार्थी किसान परिवारों को 19,500 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि ट्रांसफर की गयी।
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कैसे चेक करें बैलेंस
सबसे पहले सरकार की आधिकारिक वेबसाइट (https://pmkisan.gov.in/) पर जाएं। वेबसाइट के ऊपर दाईं ओर 'किसान कॉर्नर' सेक्शन में 'बेनेफिशयरी स्टेटस' ऑप्शन पर क्लिक करें। अब आपको तीन विकल्प मिलेंगे - आधार नंबर, अकाउंट नंबर और मोबाइल नंबर। अपने पेमेंट स्टेटस को ट्रैक करने के लिए कोई भी एक विकल्प चुनें। फिर ड्रॉप-डाउन मेनू से 'गेट डेटा' पर क्लिक करें। आपकी स्क्रीन पर पीएम-किसान स्टेटस और सभी ट्रांजेक्शन की डिटेल मिलेगी।
कैसे आता है खाते में पैसा
पीएम किसान योजना का पैसा लाभार्थियों के बैंक खाते में उनके अकाउंट नंबर और आईएफएससी कोड के आधार पर स्टेट नेशनल अकाउंट के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक तरीके से ट्रांसफर किया जाता है। योजना के तहत लाभार्थियों को देय राशि का भुगतान डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से सीधे उनके बैंक खाते में किया जाता है।
कुल कितना पैसा हुआ ट्रांसफर
9वीं किस्त के साथ सरकार ने अब तक पीएम-किसान के तहत किसान परिवारों को लगभग 1.57 लाख करोड़ रु ट्रांसफर किए हैं। आज की कॉन्फ्रेंसिंग में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी और शोभा करंदलाजे के साथ-साथ कृषि सचिव संजय अग्रवाल भी उपस्थित रहे। पीएम मोदी ने किसानों को कोविड-19 महामारी में आई बाधाओं के बावजूद कड़ी मेहनत करने और पिछले साल बंपर उत्पादन करने का श्रेय दिया।
मिशन हनी बी
पीएम मोदी ने कई लाभार्थियों से बात भी की। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में 'मिशन हनी बी' और कश्मीर में केसर उत्पादन के बारे में भी बात की। वहीं तोमर ने खाद्य तेलों और दालों की कमी पर चिंता व्यक्त की और कहा कि सरकार घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने के उपाय कर रही है ताकि आयात पर निर्भरता कम हो सके। प्रधानमंत्री ने देश के भविष्य में किसानों की भूमिका के बारे में भी बात की।
किसानों की भूमिका अहम
पीएम ने कहा कि आने वाले 25 सालों में हम भारत को कहां देखना चाहते हैं? जब देश आजादी के 100 साल पूरे करेगा तो देश की स्थिति क्या होगी? यह इस देश के किसान तय करेंगे। उन्होंने कहा कि किसानों को मार्गदर्शन और दिशा देने की आवश्यकता है ताकि वे नई चुनौतियों से निपट सकें और नए बदलावों का उपयोग कर सकें।