PhonePe-Google pay से लेन-देन की लिमिट होने जा रही तय, जानिए कब से
Limit on UPI: यूपीआई के माध्यम से पेमेंट करते हैं तो यह खबर आपके लिए ही है। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) यूपीआई से पेमेंट करने के नियमों में बदलाव करने जा रही है। एनपीसीआई ग्राहकों को सहूलियत देने के लिए यह बदलाव कर रही है। NPCI UPI गूगल-पे और फोन-पे समेत अन्य यूपीआई पेंमेंट की सुविधा देने वाले प्लेटफॉर्म की मोनोपॉली को सिमित करने के लिए वॉल्यूम कैप को 30 प्रतिशत तक सीमित करने की तैयारी कर रही है।
बुरी खबर : Goldman Sachs ने भारत की GDP का अनुमान घटाया
UPI Payment से होता है रियलटाइम पेमेंट
यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) एक रियल टाइम पेमेंट मेथड है। इस मेथड की सुविधा से कोई भी व्यक्ति एक बैंक से दूसरे बैंक में पेमेंट बहुत ही आसानी से कर सकते हैं। मोबाइल एप के माध्यम से ग्राहक एक बैंक से दूसरे बैंक के खाते में पैसा भेज सकते हैं। यह पेमेंट करने की एक तेज और आसाना विधि है। सरकार यूपीआई से होने वाले पेमेंट को मॉनिटर करती है।
मोनोपॉली रिस्क कम करने करने के लिए बन रही है योजना
यूपीआई के माध्यम से मनी ट्रांजैक्शन करने के लिए किसी भी प्रकार का वॉल्यूम कैप निर्धारित नहीं किया गया है। आज भारतीय बाजार में Google पे और PhonePe के यूपीआई का 80 प्रतिशत मार्केट है। NPCI कंसट्रेशन जोखिम यानी की मोनोपॉली रिस्क को कम करने के लिए इसी महीने 30 प्रतिशत वॉल्यूम कैप का प्रस्ताव दिया था। वॉल्यूम कैप लिमिट फिक्स करने के लिए एनपीसीआई आरबीआई से बातचित कर रही है।
समयसीमा को बढ़ाना नहीं है विचार
यूपीआई के लिए 30 प्रतिशत वॉल्यूम कैप फिक्स करने के लिए सभी पहलुओं पर विचार करने के लिए एनपीसीआई बैठक की थी। इस मिटिंग में एनपीसीआई के अधिकारियों के अलावा वित्त मंत्रालय और आरबीआई के अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया था। इकोनॉमिक टाइम्स के खबर के मुताबिक एनपीसीआई सभी संभावनाओं का मूल्यांकन कर रहा है। एनपीसीआई ने इसके लिए 31 दिसंबर की समय सीमा तय की थी जिसे बढ़ाने पर वह कोई विचार नहीं कर रही है।
इस महीने में हो सकता है फैसला
वॉल्यूम कैप के मसले पर एनपीसीआई समय सीमा बढ़ाने के सवालो से इनकार कर रही है। संस्था मार्केट कैप लगान के अन्य पहलूओं पर काम कर रही है। खबरों के अनुसार एनपीसीआई मार्केट कैप लागू करने के विषय पर इस महीने ही फैसाल ले सकती है।