Paytm : MSME को दे रहा 5 लाख रु तक का इंस्टैंट लोन, जानें तरीका
नयी दिल्ली। फाइनेंशियल सर्विसेज प्लेटफॉर्म पेटीएम ने एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग) सेक्टर के लिए एक बड़ा ऐलान किया है। पेटीएम ने एमएसएई फर्म्स को 5 लाख रु तक का इंस्टैंट लोन देने की घोषणा की है। ये लोन बिना किसी गारंटी (Collateral Free) के दिए जाएंगे। पेटीएम ने पिछले वित्त वर्ष यानी 2019-20 में एसएमएसई सेक्टर को 550 करोड़ रु का लोन दिया था। इससे 1 लाख से भी छोटी फर्म्स को फायदा मिला था। अब पेटीएम एमएसएमई सेक्टर में और विस्तार करना चाहती है। वित्त वर्ष 2020-21 में पेटीएम एमएसएमई सेक्टर को 1000 करोड़ रु लोन देगी। इसी प्लान के तहत छोटे उद्यमियों को 5 लाख रु तक बिना गारंटी के ही लोन मिल सकेगा।
मर्चेंट लेंडिंग प्रोग्राम
पेटीएम ने मर्चेंट लेंडिंग प्रोग्राम के तहत कोलेट्रल फ्री लोन देना जारी रखा हुआ है। गौरतलब है कि गूगल पे और फोनपे जैसी पेटीएम की कॉम्पिटीटर कंपनियों ने भी मर्चेंट लेंडिंग की शुरुआत की है। इन कंपनियों से आगे निकलने के लिए पेटीएम एग्रेसिव रुख अपना रही है। इसीलिए कंपनी की तरफ एमएसएमई सेक्टर को 2020-21 में ज्यादा लोन देने का ऐलान किया गया है। बता दें कि कोलेट्रल फ्री लोन में छोटे कारोबारियों को बिना कोई चीज गिरवी रखे ही लोन मिलेगा। ये लोन पेटीएम बिजनेस ऐप के जरिए मिलेंगे।
किस आधार पर मिलेगा लोन
जहां तक लोन राशि का सवाल है तो पेटीएम का अपना एक सिस्टम है जो किसी कारोबारी की रोजाना की लेन-देन के आधार पर एक निश्चित लोन राशि तय करता है, जो उधारकर्ता को मिल सकती है। पेटीएम ने लोन आवेदन से शुरू होने वाली सारे प्रोसेस को डिजिटल कर दिया है जिसमें लोन आवेदन, मंजूर और आवंटन तक शामिल है। इसमें एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी) और बैंकों के साथ पार्टनरशिप में कोई अतिरिक्त दस्तावेज जरूरी नहीं होती। लोन रीपेमेंट मुख्य रूप से कारोबारी के पेटीएम के साथ डेली सैटलमेंट से कलेक्ट की जाती है और इन लोन पर कोई प्रीपेमेंट चार्ज नहीं होता।
1.7 करोड़ से ज्यादा पार्टनर्स
पेटीएम के पूरे देश में 1.7 करोड़ से अधिक मर्चेंट पार्टनर्स हैं। पेटीएम ऑल-इन-वन क्यूआर इन छोटे कारोबारियों को पेटीएम वॉलेट, बैंक खातों (प्रोप्राइटरी या थर्ड पार्टी दोनों), यूपीआई और रुपे कार्ड के माध्यम से भुगतान को सीधे अपने बैंक खातों में स्वीकार करने की सुविधा देता है। इसके लिए उनसे कोई चार्ज नहीं लिया जाता। भावेश गुप्ता (सीईओ - पेटीएम लेंडिंग) के मुताबिक कोलेट्रल फ्री लोन के जरिए हम उन किराना स्टोर और अन्य छोटे व्यवसाय मालिकों की मदद करने की कोशिश कर रहे हैं, जो पारंपरिक बैंकिंग सेक्टर से पीछे रह गए हैं। आगे चल कर हम विशेष रूप से ईडीसी व्यापारियों पर ध्यान केंद्रित देंगे और उनके ईडीसी लेनदेन के आधार पर ज्यादा लोन राशि प्रदान करेंगे।
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