इन कारोबारियों को मिले पद्म पुरुस्कार, लिस्ट में Kumar Mangalam और राकेश झुनझुनवाला का नाम शामिल
Padma Awards : पद्म अवार्ड 2023 की घोषणा कर दी गयी है। इन खास अवॉर्ड का ऐलान 25 जनवरी को किया गया, जिसमें आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला और दिग्गज बाजार निवेशक और अरबपति स्वर्गीय राकेश झुनझुनवाला सहित कई मशहूर बिजनेसमैन शामिल हैं। कुमार मंगलम बिड़ला आदित्य बिड़ला ग्रुप का चेयरमैन होने के साथ-साथ हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, ग्रासिम इंडस्ट्रीज, अल्ट्राटेक सीमेंट, आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल और आदित्य बिड़ला कैपिटल सहित ग्रुप की सभी प्रमुख कंपनियों के बोर्ड के चेयरमैन हैं। चार्टर्ड एकाउंटेंट की डिग्री धारक बिरला के पास लंदन बिजनेस स्कूल से एमबीए की डिग्री भी है।
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सुधा मूर्ति को मिला सम्मान
प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता और इंफोसिस के को-फाउंडर एनआर नारायण मूर्ति की पत्नी सुधा मूर्ति के अलावा रसना ग्रुप के फाउंडर दिवंगत अरीज पिरोजशॉ खंबाटा भी पद्म पुरस्कार विजेताओं की लिस्ट में शामिल रहे। वहीं राजनीति के गलियारे में नेताजी के नाम से मशहूर समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह, वास्तुकार बालकृष्ण दोशी और पश्चिम बंगाल के डॉक्टर दिलीप महालनाबिस को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा, जो कि देश का दूसरे सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार है।
डॉ. दिलीप महलानाबीस को इसलिए मिला सम्मान
डॉ. दिलीप महलानाबीस ने 1971 के बांग्लादेश युद्ध के दौरान एक शरणार्थी शिविर में सेवा करते हुए ओरल रीहाइड्रेशन सॉल्यूशन के उपयोग को लोकप्रिय बनाया। वहीं समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव, जिनका पिछले साल निधन हो गया, तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे थे। उनके अलावा तबला वादक जाकिर हुसैन और अनुभवी राजनीतिज्ञ एस.एम. कृष्णा, जिन्होंने 2017 में कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के लिए कांग्रेस छोड़ दी थी, पद्म विभूषण के लिए चुने गए लोगों में से रहे। कृष्णा, जो अब 90 वर्षीय हो गये हैं, ने इस महीने की शुरुआत में सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की थी। उनके अलावाा भारतीय-अमेरिकी श्रीनिवास वर्धन को साइंस एंड इंजीनियरिंग के क्षेत्र में पद्म विभूषण मिला।
किसे-किसे मिला पद्म विभूषण
- बालकृष्ण दोशी (मरणोपरांत) : वास्तुकला (गुजरात)
- जाकिर हुसैन : कला (महाराष्ट्र)
- एस एम कृष्णा : पब्लिक अफेयर्स (कर्नाटक)
- दिलीप महालनाबिस (मरणोपरांत) : चिकित्सा (पश्चिम बंगाल)
- श्रीनिवास वर्धन : साइंस एंड इंजीनियरिंग (यूएसए)
- मुलायम सिंह यादव (मरणोपरांत) : लोक मामले (उत्तर प्रदेश)
किसे-किसे मिला पद्म भूषण
- एस एल भैरप्पा : साहित्य और शिक्षा (कर्नाटक)
- कुमार मंगलम बिड़ला : व्यापार और उद्योग (महाराष्ट्र)
- दीपक धर : साइंस एंड इंजीनियरिंग (महाराष्ट्र)
- वाणी जयराम : कला (तमिलनाडु)
- स्वामी चिन्ना जीयर : अध्यात्मवाद (तेलंगाना)
- सुमन कल्याणपुर : कला (महाराष्ट्र)
- कपिल कपूर : साहित्य और शिक्षा (दिल्ली)
- सुधा मूर्ति : सामाजिक कार्य (कर्नाटक)
- कमलेश डी पटेल : अध्यात्मवाद (तेलंगाना)
किसे-किसे मिला पद्म श्री
पद्म विभूषण कुल 6, पद्म भूषण कुल 9 और पद्म श्री कुल 91 लोगों को मिला। पद्म श्री पाने वालों में डॉ. सुकमा आचार्य, जोधैयाबाई बैगा, प्रेमजीत बारिया, उषा बारले, मुनीश्वर चंदावर, हेमंत चौहान, भानुभाई चित्रा, हेमोप्रोवा चुटिया, नरेंद्र चंद्र देबबर्मा (मरणोपरांत), सुभद्रा देवी, खादर वल्ली डुडेकुला, हेम चंद्र गोस्वामी, प्रितिकाना गोस्वामी, राधा चरण गुप्ता, मोदादुगु विजय गुप्ता, अहमद हुसैन और मोहम्मद हुसैन (जोड़ी), दिलशाद हुसैन, भीकू रामजी इदाते, सी आई इस्साक, रतन सिंह जग्गी, बिक्रम बहादुर जमातिया, रामकुइवांगबे जेने, राकेश राधेश्याम झुनझुनवाला (मरणोपरांत), रतन चंद्र कर, महीपत कवि, एम एम कीरावनी, आरिज खंबाटा (मरणोपरांत), परशुराम कोमाजी खुने, गणेश नागप्पा कृष्णराजनगर, मगुनी चरण कुँआर, आनंद कुमार, अरविंद कुमार डोमर सिंह कुंवर, राइजिंगबोर कुर्कलंग, हीराबाई लोबी, मूलचंद लोढ़ा, रानी मचैया, अजय कुमार मंडावी, प्रभाकर भानुदास मांडे, गजानन जगन्नाथ माने, अंतर्यामी मिश्रा, नादोजा पिंडीपापनहल्ली मुनिवेंकटप्पा, प्रो. (डॉ.) महेंद्र पाल, उमा शंकर पाण्डेय, रमेश परमार और सुश्री शांति परमार (जोड़ी), डॉ. नलिनी पार्थसारथी, हनुमंत राव पसुपुलेटी, रमेश पतंगे, कृष्णा पटेल, के कल्याणसुंदरम पिल्लई, वी पी अप्पुकुट्टन पोडुवल, कपिल देव प्रसाद, एस आर डी प्रसाद, शाह रशीद अहमद कादरी, सी वी राजू, बख्शी राम, चेरुवायल के रमन, सुजाता रामदोराई, अब्बारेड्डी नागेश्वर राव, परेशभाई राठवा, बी रामकृष्ण रेड्डी, मंगला कांति राय, के सी रनरेमसंगी, वदिवेल गोपाल और श्री मासी सदाइयां (जोड़ी), मनोरंजन साहू, पटयत साहू, ऋत्विक सान्याल, कोटा सच्चिदानंद शास्त्री, शंकुरत्री चंद्रशेखर, के शनाथोइबा शर्मा, नेकराम शर्मा, गुरचरण सिंह, लक्ष्मण सिंह, मोहन सिंह, थौनाओजम चौबा सिंह, प्रकाश चंद्र सूद, नेहुनुओ सोरही, डॉ. जनम सिंह सोय, कुशोक थिकसे नवांग चंबा स्टेनज़िन, एस सुब्बारमन, मोआ सुबोंग, पालम कल्याण सुंदरम, रवीना रवि टंडन, विश्वनाथ प्रसाद तिवारी, धनीराम टोटो, तुला राम उप्रेती, गोपालसामी वेलुचामी, डॉ ईश्वर चंद्र वर्मा, कूमी नरीमन वाडिया, श्री कर्मा वांगचू (मरणोपरांत) और गुलाम मुहम्मद जाज शामिल हैं।