Maruti Alto 1 लाख रु में खरीदने का मौका, फटाफट उठाएं फायदा
नई दिल्ली, जून 20। मार्केट में एक से एक शानदार कार उपलब्ध हैं। मगर उनके रेट भी बहुत हाई-फाई होते हैं। हालांकि मारुति ऑल्टो जैसी कुछ सस्ती कारें भी हैं। मगर ये भी जरूरी नहीं कि हर किसी का बजट इतना हो कि वो इन सस्ती कारों को भी खरीद पाए। पर आज के समय में लोन फैसिलिटी उपलब्ध है, जिससे आप आसानी से कार खरीद सकते हैं। मगर यदि आपके पास न बजट है और न ही आप लोन लेना चाहते हैं तो एक और तरीका है, जिससे आप सस्ते में कार खरीद सकते हैं। आपके पास ऑप्शन है सेकंड हैंड कार खरीदने का।
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1 लाख रु में मिल रही ऑल्टो
यदि आप सेकंड हैंड कार खरीदना चाहते हैं तो बता दें कि इस समय एक पुरानी मारुति ऑल्टो कार बिक्री के लिए उपलब्ध है। बता दें कि ऑल्टो को मारुति ने करीब 20 साल पहले मार्केट में उतारा था। मगर आज तक ये सबसे अधिक पसंद की जाने वाली कारों में से एक है। इस कार में 796 सीसी का इंजन दिया गया है। ये कार 24 किमी से अधिक का माइलेज दे सकती है।
कहां से खरीदें 1 लाख रु में
ऑल्टो की शुरुआती कीमत ही 3 लाख रु से अधिक है। अगर बजट इतना नहीं है तो टेंशन न लें। हम आपको एक ऐसे ऑप्शन के बारे में बताएंगे कि जहां से आप इस कार का सेकंड हैंड मॉडल सिर्फ 1 लाख रु में खरीद सकते हैं। इस कार का सेकंड हैंड मॉडल आप सिर्फ 1 लाख रु में खरीद सकते हैं कार्स24 से। कार्स24 पर सेकंड हैंड ऑल्टो का दाम 1.07 लाख रु है।
कितनी चली है कार
कार्स24 पर दी गयी जानकारी के अनुसार कार का मॉडल 2008 का है। जहां तक चलने की बात है तो यह कार 58,000 किलोमीटर से कुछ अधिक चली हुई है। मैनुअल ट्रांसमिशन वाली ऑल्टो को कार का पहला मालिक बेच रहा है। बता दें कि ये कार उत्तर प्रदेश की है।
मिलेगी मनी बैक गारंटी
ऑल्टो कार पर आपको मनी बैक गारंटी मिलेगी, जिसकी अवधि 7 दिनों की होगी। यानी यदि आपको ये कार पसंद न आए तो आप इसे वापस कर सकते हैं और आपको पैसे वापस मिल जाएंगे। आपको इस सेकंड हैंड कार पर लोन का ऑप्शन भी मिलेगा। 20 हजार रुपये की डाउन पेमेंट के बाद आपकी 48 महीनों की ईएमआई शुरू हो जाएगी। मासिक ईएमआई 2,096 रुपये की होगी।
मारुति की कार बिक्री
अप्रैल के मुकाबले मई में मारुति की कुल सेल्स 71 फीसदी घटी। अप्रैल में 1,59,691 कारों की बिक्री के मुकाबले पिछले महीने इसकी कुल 46555 कारें ही बिकीं। इसकी कुल पैसेंजर व्हीकल बिक्री 1,35,879 यूनिट्स से 76 फीसदी गिर कर 32903 यूनिट्स रह गयी। हालांकि मारुति का आयात 34 फीसदी बढ़ कर 11262 यूनिट्स रहा। पिछले साल जब कोरोना के कारण पूरे देश में संपूर्ण लॉकडाउन लगाया गया था, तब कार कंपनियों की सेल्स शून्य हो गयी थी। इसके बाद ऑटो कंपनियों की सेल्स तब पटरी पर लौटी जब सरकार ने लॉकडाउन में ढील दी। कोरोना की दूसरी लहर में एक बार फिर से राज्यों द्वारा लगाए गए लॉकडाउन का असर कार कंपनियों की सेल्स पर पड़ा।