झटका : प्याज हुआ महंगा, 15 दिनों में दोगुना से ज्यादा बढ़े दाम
महंगाई ने आम आदमी का बजट बिलकुल हिला कर रख दिया है। एक बार फिर से प्याज ने आम आदमी की रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। देशभर में इस वक्त प्याज की चर्चा ज़ोर शोर से हो रही है।
नई दिल्ली: महंगाई ने आम आदमी का बजट बिलकुल हिला कर रख दिया है। एक बार फिर से प्याज ने आम आदमी की रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। देशभर में इस वक्त प्याज की चर्चा ज़ोर शोर से हो रही है।
15 दिनों में दो से तीन गुना बढ़े दाम
दिल्ली और मुंबई समेत देश के कई हिस्सों में प्याज के दाम बीते 15 दिनों में दो से तीन गुना तक बढ़े हैं। कीमतों में इस बढ़ोतरी की वजह सप्लाई में दिक्कतों को बताया जा रहा है। महाराष्ट्र में तो थोक भाव 1000 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़े हैं।
50 से 60 रुपये के बीच पहुंच गया भाव
बता दें कि दिल्ली में प्याज की रीटेल भाव 50 से 60 रुपये के बीच पहुंच गया है, जबकि कुछ दिन पहले तक यही प्याज 20 रुपये से 30 रुपये के बीच मिल रहा था। आवक में कमी की वजह से प्याज के दाम बढ़ना शुरू हुए हैं। पिछले दिनों हुई बारिश का भी असर प्याज की फसल पर हुआ है, जिससे आवक कम हुई है। करीब हफ्ता भर पहले ही मंडी में प्याज का थोक भाव 22 रुपये किलो था, जो फिलहाल 33 रुपये प्रति किलो पहुंच चुका है। प्याज की कीमतों में इजाफा सिर्फ दिल्ली के अलावा नोएडा और गाजियाबाद में भी हुआ है। बीते 6-7 दिनों में गाजियाबाद में प्याज की कीमतें अचानक बढ़ीं हैं।
इस वजह से दोगुना हुए भाव
गाजियाबाद में बीते 6-7 दिनों में प्याज की कीमतें अचानक बढ़ीं हैं और रेट दोगुना हो चुके हैं। यहां के थोक कारोबारियों का कहना है कि नासिक से आने वाले प्याज के थोक रेट 500-700 रुपये तक बढ़े हैं। इससे प्याज की रीटेल कीमतें भी 40 से 50 रुपये किलोग्राम तक पहुंच गईं हैं, जो कि हफ्ते भर पहले तक 25-30 रुपये किलो पर बिक रहीं थीं। नोएडा में भी प्याज 50 से 60 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गये हैं। थोक कारोबारियों का कहना है कि मंडी में 15 नवंबर से अबतक राजस्थान के अलवर से प्याज आ रहा था, लेकिन अभी आवक कम हो गई है, जिसके चलते कीमतें बढ़ीं हैं। कारोबारियों का कहना है कि 15 फरवरी से नासिक से प्याज की सप्लाई शुरू होगी, इसके बाद कीमतें फिर नरम हो जाएंगी।
महंगी हुईं सब्जियां
सब्जियों की बात करें तो दिल्ली में प्याज के साथ दूसरी सब्जियों के भी भाव बढ़ गए है। पिछले 10 से 15 दिनों के दौरान मटर, गोभी, मूली, गाजर के भाव में भी 10 से 20 परसेंट की तेजी दर्ज हुई है। हालांकि आलू की कीमतें काफी कम हुई हैं। नवंबर में दिल्ली के फुटकर बाजारों में 50 से 60 रुपये किलो बिक रहा आलू इन दिनों 8 से 10 रुपये किलो बिक रहा है। इसका भाव पिछले 10 दिनों में आधा हो गया है। आलू की पैदावार ज्यादा होने से इसकी कीमतें काफी गिरीं हैं।
15 दिनों में सब्जियों के रेट
- सब्जियां 21 जनवरी 6 फरवरी
- प्याज 20-30रु 50-60रु
- आलू 15 -17रु 8 10रु
- मटर 10-15रु 15-20रु
- गोभी 10-15 रु 15- 20रु
- गाजर 10-20 रु 15-25रु
1000 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ चुके महाराष्ट्र में भाव
देश में प्याज के थोक भाव खरीफ की फसल में देरी की वजह से करीब 1000 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ चुके हैं। महाराष्ट्र में जनवरी की शुरुआत में हुई बारिश की वजह से फसल की आवक पर असर पड़ा है। महाराष्ट्र की लासलगांव मंडी में प्याज की कीमतें 30 जनवरी को 2700 रुपये रुपये प्रति क्विंटल पर थीं, जो कि 2 फरवरी को 3500 रुपये तक पहुंच गईं, 4 फरवरी को भाव 3260 रुपये तक कम हुए हैं। नासिक में एपीएमसी मंडियों में प्याज के भाव 3050 से 3200 रुपये प्रति क्विंटल के बीच हैं।
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