Lockdown में खूब बढ़े Mutual Funds के निवेशक, लाखों अकाउंट खुले
नई दिल्ली। कोरोना महामारी के चलते जब देश में लॉकडाउन लागू था, तो लोग उस वक्त खाली नहीं बैठे थे। लॉकडाउन की वजह से देश के शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज हुई थी। इसी का फायदा उठाने के लिए लाखों नए निवेशक म्यूचुअल फंड से जुड गए। आंकड़ों के अनुसार म्यूचुअल फंड ने मई में 6.12 लाख नए निवेशक जोड़े। इसके पहले भी अप्रैल में म्यूचुअल फंड ने 6.82 लाख नये फोलियो जोड़े थे। इसके बाद अब देश में म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों के फोलियो की संख्या बढ़कर 9.1 करोड़ हो गई। म्यूचुअल फंड में हर नए निवेश के लिए एक फोलियो तैयार किया जाता है। यह फोलियो किसी नए निवेशक का हो सकता है या पुराने निवेशक का नया निवेश भी हो सकताा है। ऐसे में यह तो नहीं कहा जा सकता है कि देश में म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों की संख्या बढ़कर 9 करोड़ से ज्यादा हो गई है, लेकिन इतना तय है कि इसमें से आधे से ज्यादा यानी करीब 5 करोड़ तो निवेशक होंगे ही।
एसोसएिशन ऑफ म्यूचुअल फंड यानी एम्फी के आंकड़े के अनुसार मई के अंत में 44 म्यूचुअल फंड हाउस के फोलियो की संख्या बढ़कर 9,10,41,392 हो गई, जो अप्रैल में 9,04,28,589 थी। यह अप्रैल के मुकाबले 6.12 प्रतिशत अधिक थे। आंकड़े के अनुसार मार्च में फोलियो की संख्या 8.97 करोड़, फरवरी में 8.88 करोड़ और जनवरी में 8.85 करोड़ थी। बाजार विशेषज्ञों के अनुसार फोलियो की संख्या में वृद्धि यह बताती है कि निवेशकों को बाजार में उतार-चढ़ाव की फिक्र नहीं है। इसके अलावा यह भी बताती है कि निवेशक म्यूचुअल फंड योजना से जुड़े बाजार जोखिम को समझते हैं। इक्विटी और इक्विटी से जुड़ी म्यूचुअल फंड योजनाओं के अंतर्गत फोलियो की संख्या मई में 3.22 लाख बढ़कर 6.53 करोड़ हो गई, जो पिछले महीने में 6.49 करोड़ थी।
म्यूचुअल फंड की बॉन्ड से जुड़ी योजनाओं में फोलियो की संख्या 30,600 से अधिक बढ़कर 71 लाख पहुंच गई है। आंकड़ों के अनुसार म्यूचुअल फंड योजनाओं में मई में कुल 70,800 करोड़ रुपये का निवेश आया, जो इससे पूर्व माह अप्रैल में 46,000 करोड़ रुपये था। वहीं म्यूचअल फंडों में मई माह के दौरान मासिक आधार पर निवेश प्रवाह में 46 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई और यह 63,665 करोड़ रुपये हो गया।
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