नहीं मिला Air India का खरीदार, 2 महीने और बढ़ा बोली लगाने का समय
नयी दिल्ली। सरकार ने एयर इंडिया के लिए बोली लगाने की समय सीमा को फिर से दो महीने के लिए बढ़ा दिया है। एयर इंडिया के लिए बोली लगाने की समयसीमा को 31 अगस्त तक बढ़ा दिया गया है। दरअसल कोरोनवायरस के चलते वैश्विक स्तर पर आर्थिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई हैं, इसीलिए सरकार को यह फैसला लेना पड़ा है। बता दें कि यह तीसरी बार है जब सरकार ने एयर इंडिया के लिए बोली लगाने की समयसीमा बढ़ाई दी है। पहले ऐसा खरीदार न मिलने की वजह से किया है।
जनवरी में शुरू हुई थी प्रोसेस
बता दें कि एयर इंडिया को बेचने की प्रोसेस 27 जनवरी को शुरू हुई थी। तब 17 मार्च एयर इंडिया के लिए बोली लगाने की अंतिम तारीख रखी गई थी। मगर इसे पहले 30 अप्रैल और फिर 30 जून तक के लिए बढ़ाया गया। अब निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग ने एयर इंडिया के लिए बोली लगाने की तारीख की तीसरी बढ़ाया है। एयर इंडिया में रुचि रखने वाले निवेशक 31 अगस्त तक बोली लगा सकते हैं। विभाग ने यह भी कहा है कि महत्वपूर्ण तिथियों के संबंध में अगर कोई परिवर्तन होता है तो बाद में इच्छुक बोलीदाताओं को इसके बारे में सूचित किया जाएगा।
एयर इंडिया की हालत है खराब
2018 में एयर इंडिया को बेचने के लिए असफल प्रयास के बाद सरकार ने जनवरी 2020 में इसके विनिवेश प्रोसेस को फिर से शुरू किया। सरकार एयर इंडिया में अपनी हिस्सेदारी के साथ-साथ एयरलाइन कंपनी की एआई एक्सप्रेस में 100 फीसदी और एयर इंडिया एसएटीएस एयरपोर्ट सर्विसेज में 50 फीसदी हिस्सेदारी भी बेचना चाहती है। 2018 में सरकार ने एयरलाइन में 76 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की पेशकश की थी। बता दें कि 31 मार्च 2019 तक एयरलाइन पर कुल 60,074 करोड़ रुपये का कर्ज था। इसमें से खरीदार को 23,286.5 करोड़ रुपये का लोन अपने जिम्मे लेना होगा।
सरकार का विनिवेश लक्ष्य
सरकार ने चालू वित्त वर्ष के लिए विनिवेश लक्ष्य 2.10 लाख करोड़ रुपये का रखा है। इसमें सीपीएसई (केंद्रीय सरकारी कंपनी) की हिस्सेदारी बिक्री से 1.20 लाख करोड़ रुपये और सरकारी बैंकों और वित्तीय संस्थानों में हिस्सा बेच कर 90,000 करोड़ रुपये जुटाना शामिल है।
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