Mutual Fund : 8.4 लाख रु का फंड मात्र 4 साल में तैयार, इतने निवेश की पड़ी जरूरत
Tata Small Cap Fund : म्यूचुअल फंड निवेशकों को इंडिविजुअल स्टॉक या बॉन्ड खुद चुने बिना अपने पोर्टफोलियो में डायवर्सिफिसिकेशन लाने की सुविधा देते हैं। डायवर्सिफिसिकेश का मतलब है एक जगह सारा पैसा न निवेश करके, थोड़ा-थोड़ा पैसा सब जगह निवेश करना। जब आप म्यूचुअल फंड में पैसा लगाते हैं तो वो भी आपका पैसा और फैलाता है। म्यूचुअल फंड में अच्छी बात यह है कि आपको मध्यम से लंबी अवधि के दौरान म्युचुअल फंड में सालना 12 फीसदी से 30 फीसदी तक रिटर्न मिल सकता है। यहां हम आपको एक ऐसे ही फंड की जानकारी देने जा रहे हैं।
टाटा स्मॉल कैप फंड
हम बात करने जा रहे हैं टाटा स्मॉल कैप फंड की। ये एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है। यह मुख्य रूप से स्मॉल-कैप इक्विटी सिक्योरिटी में निवेश करता है। स्कीम का निवेश लक्ष्य स्मॉल-कैप फर्मों के इक्विटी रिलेटेड इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करके लंबी अवधि पैसा बनाना है।
4 साल में 8.4 लाख रु
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि टाटा स्मॉल कैप फंड को 4 साल पहले 12 नवंबर 2018 को शुरू किया गया था। अब तक इसे 4 साल हो गये हैं, जो कि फंड के लिए और इसके निवेशकों के लिए बेहद शानदार रहे हैं। मजे की बात यह है कि 10,000 रुपये की मासिक एसआईपी से इस फंड ने 4 सालों में 8.39 लाख रुपये का फंड तैयार करा दिया है।
कितना रहा रिटर्न
शुरुआत के बाद से इस फंड ने सालाना 30.65 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। निफ्टी स्मॉलकैप 250 टीआरआई इंडेक्स के 4.50 फीसदी रिटर्न की तुलना में इसने पिछले एक साल में 16.18 फीसदी रिटर्न दिया है। इससे 10,000 रुपये की मासिक एसआईपी से कुल निवेश होता 1.20 लाख रुपये, मगर रिटर्न के साथ यह बढ़ कर 1.30 लाख रुपये हो जाता।
3 और 4 सालों का रिटर्न
पिछले तीन वर्षों में निफ्टी स्मॉलकैप 250 टीआरआई इंडेक्स ने 29.75 प्रतिशत सालाना रिटर्न दिया है। मगर इस फंड ने 34.89 प्रतिशत का वार्षिक एसआईपी रिटर्न दिया है। नतीजे में इन 3 सालों में 10,000 रुपये की मासिक एसआईपी से कुल 3.60 लाख रुपये का होता, मगर रिटर्न के साथ यह राशि निवेश 5.90 लाख रुपये हो जाती। वहीं शुरुआत के बाद से यानी 4 सालों में इसने निफ्टी स्मॉलकैप 250 टीआरआई इंडेक्स के 25.50 प्रतिशत के रिटर्न की तुलना में 30.65 प्रतिशत का वार्षिक एसआईपी रिटर्न जनरेट किया है। इससे 10,000 रुपये की मासिक एसआईपी से निवेश होता 4.70 लाख रुपये। मगर रिटर्न के साथ यह राशि होती 8.39 लाख रुपये।