मूडीज ने भारत के लिए आउटलुक में किया सुधार, दिया 'स्टेबल' का दर्जा
नई दिल्ली, अक्टूबर 5। रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भारत के लिए आउटलुक को 'नकारात्मक' से 'स्थिर' कर दिया। मूडीज ने कहा है कि देश में आर्थिक सुधार हो रहा है और गतिविधियों में तेजी आ रही है। साथ ही सभी क्षेत्रों में विस्तार हो रहा है। मूडीज ने बीएए3 पर भारत की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग की भी पुष्टि की, जो कि सबसे कम निवेश ग्रेड है। ये जंक स्टेटस से सिर्फ एक पायदान ऊपर है।
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निगेटिव से स्टेबल
मूडीज की तरफ से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने आज भारत सरकार की रेटिंग के आउटलुक को निगेटिव से स्टेबल में बदल दिया है और देश की विदेशी मुद्रा और लोकल करेंसी लॉन्ग टर्म इश्युअर रेटिंग और लोकल करेंसी सीनियर अनसिक्योर्ड रेटिंग बीएए3 की पुष्टि की है। आउटलुक को स्टेबल यानी स्थिर में बदलने का फैसला मूडीज के उस नजरिये को दर्शाता है कि रियल इकोनॉमी और फाइनेंशियल सिस्टम के बीच निगेटिव फीडबैक से डाउनसाइड रिस्क कम हो रहे हैं।
फिस्कल डेफिसिट में कटौती की उम्मीद
मूडीज ने उम्मीद जताई है कि आर्थिक स्थिति अगले कुछ वर्षों में सरकार के राजकोषीय घाटे को धीरे-धीरे कम करने की अनुमति देगी, जिससे सॉवरेन क्रेडिट प्रोफाइल में और गिरावट को रोका जा सकेगा। मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने पिछले साल भारत की सॉवरेन रेटिंग को 'बीएए2' से घटाकर 'बीएए3' कर दिया था। इसने कहा था कि लगातार कम ग्रोथ और बिगड़ती राजकोषीय स्थिति के जोखिमों को कम करने के लिए पॉलिसियों को लागू करने में चुनौतियां आएंगी।
बैंकों से सहारा
मूडीज के अनुसार अधिक पूंजी और लिक्विडिटी के चलते बैंक और गैर-बैंक वित्तीय संस्थान से मूडीज के पहले के अनुमान की तुलना में सॉवरेन के लिए बहुत कम जोखिम है। अप्रैल-जून तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ रेट 20.1 फीसदी रही है। अप्रैल-जून तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ एक रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंचेगी, इस बात का अनुमान पहले से ही लगाया जा रहा था।