Moody's ने भारत को दिया झटका, रेटिंग को घटाकर किया Baa3
नई दिल्ली। वैश्विक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विसेज ने भारत की सॉवरेन रेटिंग को 'बीएए2' से घटाकर 'बीएए3' कर दिया है। इसके साथ ही मूडीज ने भारत के लिए निगेटिव आउटुलक को बरकरार रखा है। मूडीज ने इसका कारण बताते हुए कहा है कि भारत की बिगड़ती राजकोषीय स्थिति और लो ग्रोथ वाली अवधि के जोखिमों को कम करने के लिए पॉलिसीज के क्रियान्वयन को लेकर चुनौतियां बढ़ रही हैं, जिससे यह कदम उठाया गया है। मूडीज का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष के दौरान भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 4 प्रतिशत तक गिरावट आ सकती है। भारत के मामले में पिछले 4 दशक से अधिक समय में यह पहला मौका होगा जब पूरे साल के आंकड़ों में जीडीपी में गिरावट आएगी।
मूडीज ने अपने बयान में कहा है कि भारत सरकार की विदेशी करेंसी और लोकल करेंसी लॉन्ग टर्म इश्यूअर रेटिंग्स को भी वह घटाकर बीएए2 से बीएए3 कर रहा है। मूडीज ने भारत की लोकल करेंसी सीनियर अनसिक्योर्ड रेटिंग को भी बीएए2 से घटाकर बीएए3 कर दिया है। इसके अलावा भारत की शॉर्ट टर्म लोकल करेंसी रेटिंग को भी घटाकर पी-2 से पी-3 कर दिया गया है, वहीं आउटलुक निगेटिव रखा है।
क्या है इसका मलतब
निगेटिव आउटलुक अर्थव्यवस्था व फाइनेंशियल सिस्टम में गहरे दबाव से प्रबल व मजबूत डाउनसाइड रिस्क को दर्शाता है। यह वित्तीय मजबूती में ज्यादा गंभीर व लंबे वक्त के नुकसान की ओर जानें का संकेत देता है। 'बीएए3' सबसे इन्वेस्टमेंट ग्रोथ के लिहाज से सबसे निचले पायदान की रेटिंग है। मूडीज ने नवंबर 2017 में 13 सालों के अंतराल के बाद भारत की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग बीएए2 से बढ़ाकर बीएए3 किया था।
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